नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की परीक्षा को स्थगित करने की मांग करने वाली याचिका पर बुधवार को भी सुनवाई जारी रखेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आईसीएआई से कई अहम मसलों पर कल तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आईसीएआई से पूछा कि अगर कोई छात्र कोरोना से संक्रमित होता है तो उसको अगला मौका दिया जाएगा या नहीं।
कोर्ट ने आईसीएआई से आरटीपीसीआर टेस्ट, परीक्षा हॉल के अंदर स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर इत्यादि पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
आईसीएआई ने 28 जून को हलफनामा दायर कर कहा था कि इस वर्ष चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की परीक्षा स्थगित नहीं की जाएगी।
इस मामले में तीन याचिकाएं लंबित हैं। पहली याचिका वकील अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने, दूसरी याचिका सत्यनारायण पेरुमल और तीसरी याचिका अमित जैन ने दायर की हैं।
इसके अलावा करीब छह हजार चार्टर्ड अकाउंटेंसी के छात्रों ने चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखा है। छात्रों ने 15 दिनों तक चलने वाली ऑफलाइन परीक्षा में ऑप्ट आउट का विकल्प नहीं देने पर चिंता जताई है।
पत्र में कहा गया है कि इस परीक्षा में उन छात्रों को भी कोई छूट नहीं दी गई है, जो कोरोना की वजह से परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं।
छात्रों ने कहा है कि उन्होंने अपनी चिंताओं से इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) को अवगत कराया था लेकिन उसने उन चिंताओं पर कोई विचार नहीं किया।
सीए की परीक्षा 5 जुलाई से होने वाली है, जिसमें पूरे देश से करीब तीन लाख छात्रों के शामिल होने की संभावना है। ये परीक्षा करीब 15 दिनों तक चलने वाली है।
छात्रों ने कहा है कि कोरोना के संकट के दौरान छात्रों को फिजिकल रूप से परीक्षा में शामिल होने के लिए कहना जोखिम भरा है।
अधिकांश छात्र 18 से 45 वर्ष के बीच हैं, जिन्हें अभी पूरी तरह से वैक्सीन भी नहीं दी गई है। इन छात्रों को कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा है।