नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट के बीच भारत की सबसे सस्ती कोरोना वैक्सीन, जल्द ही लांच होने वाली है।
भारतीय कंपनी बायोलॉजिकल-ई ने कोरबेवैक्स नाम की इस वैक्सीन को तैयार किया है। फिलहाल वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है।
ट्रायल के फाइनल नतीजे आने के बाद आपतकालीन उपयोग के लिए आवेदन किया जाएगा।
हैदराबाद की कंपनी के साथ भारत सरकार ने 30 करोड़ वैक्सीन की डोज के लिए डील की है।
वैक्सीन की कीमत को लेकर फिलहाल कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया है, हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक दो डोज की कीमत 400 रुपये से भी कम हो सकती है।
अब तक इस वैक्सीन के ट्रायल के दो फेज पूरे हो चुके हैं और दोनों में अच्छे नतीजे आए है।फिलहाल तीसरे फेज़ का ट्रायल चल रहा है।
बता दें कि किसी भी वैक्सीन के लिए तीसरे फेज का ट्रायल बेहद अहम होता है। इस फेज में हजारों की संख्या में वॉलेंटियर को अलग-अलग शहरों और देशों में वैक्सीन लगाती है।
साल अप्रैल में हैदराबाद की कंपनी को सेंट्रल ड्रग्स एंड स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए अनुमति दी थी।
इस वैक्सीन को अमेरिका के बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के सहयोग से विकसित किया जा रहा है।
इसके अलावा, बायोलॉजिकल-ई लिमिटेड ने भारत में एक एमआरएनए (मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड) वैक्सीन पीटीएक्स-कोविंड19-बी के निर्माण के लिए कनाडा स्थित प्रोविडेंस थेरेप्यूटिक्स होल्डिंग्स इंक के साथ भी साझेदारी की है।
भारत में इनदिनों तीन वैक्सीन लग रही है, जिसकी अलग-अलग कीमतें हैं।
ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोविशिल्ड की दो डोज राज्य सरकारों को 600 रुपये में दी जा रही है, जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल को ये वैक्सीन 1200 रुपये में दी जा रही है।
भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन की दो डोज राज्य सरकार को 600 रुपये में दी जा रही है, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में ये 2400 रुपये की मिल रही है। उधर रूस की स्पूतनिक वैक्सीन के हर डोज़ की कीमत 995 रुपये है।