नई दिल्ली: देश का पहला एंटी कोविड ओरल ड्रग अब जल्द ही खुले बाजार में उपलब्ध होगा। पानी में घोलकर पीने वाली 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) दवा को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने डॉ.रेड्डीज लैबोरेट्रीज के सहयोग से विकसित किया है।
डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने सोमवार को इसके वाणिज्यिक लॉन्च की घोषणा की है। इस दवा 2-डीजी के एक पाउच की कीमत 990 रुपये तय की गई है। देशभर के प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों को पहले आपूर्ति की जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 17 मई को डीआरडीओ भवन में देश का पहला एंटी कोविड ओरल ड्रग 2-डीजी लॉन्च करके पहली खेप केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को सौंपी थी।
यह कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) डीआरडीओ ने हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज के साथ मिलकर विकसित की है।
डॉ. रेड्डीज ने आज इस दवा को जल्द ही बिक्री के लिए खुले बाजार में उतारे जाने की घोषणा की है। भारत भर के प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों को पहले आपूर्ति की जाएगी।
शुरुआती हफ्तों में कंपनी देश के महानगरों और ए ग्रेड शहरों के अस्पतालों में दवा उपलब्ध कराएगी। इसके बाद धीरे-धीरे पूरे देश में एंटी कोविड ओरल ड्रग मिलने लगेगा।
कंपनी की ओर से यह भी बताया गया है कि डॉ. रेड्डीज द्वारा निर्मित 2-डीजी की शुद्धता 99.5% है और इसे 2डीजीटीएम ब्रांड नाम से व्यावसायिक रूप से बेचा जायेगा।
प्रत्येक पाउच का अधिकतम खुदरा मूल्य 990 रुपये निर्धारित किया गया है लेकिन सरकारी संस्थानों को रियायती दर के साथ मिलेगी।
यह दवा केवल डॉक्टर के नुस्खे पर या किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में अस्पताल में भर्ती होने पर ही गंभीर कोरोना रोगियों को सहायक चिकित्सा के रूप में दी जा सकेगी।
2-डीजी से सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी 2dg@drreddys.com पर ई-मेल करके ली जा सकती है।
चिकित्सीय परीक्षण के दौरान 110 कोविड रोगियों को यह दवा दी गई, उनमें से अधिकांश की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।
साथ ही अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों में ऑक्सीजन की निर्भरता को भी इस दवा ने कम किया है।
इस तरह मेडिकल ट्रायल के दौरान सामने आया कि 2-डीजी दवा कोविड मरीजों को जल्द स्वस्थ करने में मदद करती है।
इसलिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 01 मई को गंभीर कोविड-19 रोगियों के लिए इस दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है।