Missile Test in West Bengal: मिसाइलों का परीक्षण करने के लिए ओडिशा (Odisha) के चांदीपुर की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR ) बनाने की योजना मछुआरों और स्थानीय निवासियों के विरोध के बाद अटकती नजर आ रही है।
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के जुनपुट में मिसाइल प्रक्षेपण केंद्र बनाने का जुलाई में शुरू किया गया कार्य अचानक रोक दिया गया है।गतिरोध जारी रहने के कारण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की इस महत्वाकांक्षी परियोजना ने राजनीतिक मोड़ भी ले लिया है।
दरअसल, भारतीय सशस्त्र बलों के लिए निर्मित होने वाली मिसाइल, रॉकेट या अन्य किसी प्रक्षेपास्त्र का परीक्षण करने के लिए फिलहाल ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR ) है।
इसी तर्ज पर एक और ITR बनाने की जरूरत को देखते हुए पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के जुनपुट में इसे बनाने का फैसला केंद्र सरकार ने लिया था, ताकि यहां से भी परीक्षण किये जा सकें। इसके लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सहित केंद्र और राज्य सरकारों से मंजूरी ली गई थी।
इसके बाद बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में अप्रैल में कार्य शुरू किया गया था लेकिन मछुआरों और स्थानीय निवासियों के विरोध के बाद केंद्र का काम अचानक रोक दिया गया है।
DRDO ने हथियार प्रणालियों के लिए पश्चिम बंगाल के जुनपुट गांव में एक परीक्षण केंद्र स्थापित करने की परियोजना शुरू की है। दीघा के पास 8.73 एकड़ में फैले इस ITR पर हथियार प्रणालियों का परीक्षण किया जाना है। DRDO ने सुरक्षा और पर्यावरण पर जोर देते हुए सुरक्षा मानदंडों का पालन करके परीक्षणों के दौरान स्थानीय समुदायों को न्यूनतम व्यवधान होने की बात कही है।
DRDO ने आसपास के लोगों, विशेष रूप से मछुआरों, किसानों की भलाई और उनकी आजीविका को संरक्षित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है, ताकि क्षेत्र में शांति और सद्भाव बना रहे।
DRDO ने देश की हथियार प्रणालियों के लिए एक छोटा परीक्षण केंद्र बनाने के लिए भूमि, वायु, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबर के रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में अत्याधुनिक सेंसर, हथियार प्रणाली, प्लेटफॉर्म और संबद्ध उपकरणों को Design और विकसित करने का लक्ष्य रखा है।
ओडिशा के चांदीपुर की तरह जुनपुट भी बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित है, जो अपने एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) के लिए जाना जाता है।
DRDO के एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि हथियार प्रणालियों का समय पर परीक्षण सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए चांदीपुर से लगभग 70 किलोमीटर दूर दीघा के पास जुनपुट में एक और आईटीआर बनाने की परियोजना शुरू की गई। जुनपुट कोलकाता से 177 किमी और समुद्री रिसॉर्ट शहर दीघा से 40 किमी दूर है।
स्थानीय समुदाय ने संभावित पर्यावरणीय प्रभाव, आजीविका में व्यवधान और पारदर्शिता की कमी को लेकर चिंता जताई है। मिसाइल परीक्षणों के दौरान मछुआरे समुद्री गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर आशंकित हैं।
हालांकि, प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस परियोजना का समर्थन करने का दावा करती है, लेकिन BJP सहित विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर प्रदर्शनकारियों का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने का आरोप लगाया है। इसलिए गतिरोध जारी रहने के कारण इस मुद्दे ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है, जिससे DRDO की यह महत्वपूर्ण परियोजना अटकती नजर आ रही है।