नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले भले ही कम होने लगे हैं, लेकिन मई के महीने में महामारी ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है।
अगर मई के 21 दिनों की बात करें, तो देश में रिकॉर्ड 71.3 लाख लोग संक्रमित हुए और 83,721 लोगों की मौत हुई।
यह आंकड़ा एक महीने में मिलने वाले संक्रमितों और मौत के मामले में सबसे ज्यादा है।
इससे पहले अप्रैल में 69.36 लाख लोग कोरोना की चपेट में आए थे और 48,879 लोगों की मौत हुई थी।
पहली लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित महीना सितंबर 2020 से तुलना करें, तो इस दौरान 26.22 लाख लोग ही कोरोना की चपेट में आए थे और 33,273 लोगों की मौत हुई थी।
यानी पहली लहर दौरान सबसे प्रभावित महीना सितंबर की तुलना में दूसरी लहर के दौरान मई में संक्रमितों और मौत के मामले में करीब 2.5 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
बीते दिन 2.57 लाख केस
देश में बीते दिन 2 लाख 57 हजार 299 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। यह आंकड़ा पिछले 35 दिनों में सबसे कम है।
इससे पहले 16 अप्रैल को 2.34 लाख संक्रमितों की पहचान हुई थी।
राहत की बात है कि इस दौरान 3 लाख 57 हजार 625 लोग ठीक भी हुए। हालांकि, रोज हो रहीं मौतों का आंकड़ा फिर 4 हजार के पार पहुंच गया।
देश में शुक्रवार को 4,194 लोगों ने इस महामारी से जान गंवाई।
एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 1 लाख 4 हजार 595 की गिरावट दर्ज की गई। देश में फिलहाल 29 लाख 18 हजार 282 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है।
बीते 24 दिनों में पहली बार एक्टिव केसों का आंकड़ा 30 लाख के नीचे आया है। इससे पहले 27 अप्रैल को 29.72 लाख एक्टिव केस थे।
बीते दिन रिकॉर्ड 20.66 लाख टेस्ट
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, भारत में शुक्रवार को कोरोना वायरस के लिए रिकॉर्ड 20 लाख 66 हजार 285 सैंपल टेस्ट किए गए।
यह एक दिन किए गए टेस्ट के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इससे पहले 20 मई को 20.61 लाख टेस्ट किए गए थे।
अब तक कुल 32 करोड़ 64 लाख 84 हजार 155 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।