नई दिल्ली: अगले सितंबर महीन के आते-आते बच्चों के लिए वैक्सीन के तीन विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं।
इसमें कोवैक्सीन, फाइजर और अब जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन का नाम जुड़ गया है। वर्तमान में देश में बच्चों के लिए कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
जिस तरह से फिलहाल 18 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों के पास कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी जैसी तीन वैक्सीन के ऑप्शन हैं, वैसे ही बच्चों के लिए भी सितंबर तक तीन ऑप्शन होंगे।
दरअसल, कोवैक्सीन का इस वक्त देश के अलग-अलग सेंटर पर 2 से 18 साल के बच्चों पर ट्रायल चल रहा है।
इसके नतीजे सितंबर तक आने की जानकारी है। इसी महीने नतीजे आने के बाद इसे अप्रूवल भी देने की बात कही जा रही है।
वहीं अगले कुछ दिनों में फाइजर वैक्सीन को भी भारत में मंजूरी मिल सकती है।
हाल ही में फाइजर की तरफ से यह कहा गया था कि उनकी भारत सरकार से बात आखिरी चरण में है। जल्द ही फाइजर को मंजूरी मिल जाएगी।
यह वैक्सीन फिलहाल अमेरिका में बच्चों को लगाई जा रही है और इसके काफी अच्छे परिणाम देखे गए हैं। कहा जा रहा है कि तीसरी वेव को देखते हुए जल्द ही इसे मंजूरी मिल जाएगी।
इसके अलावा अब जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन भी इस रेस में शामिल हो गई है। कहा जा रहा है कि जल्द ही इसे भी मंजूरी मिल सकती है।
फिलहाल विशेषज्ञ कार्य समिति इसे जांच-परख रही है और सरकार समिति की सिफारिशों का इंतजार कर रही है। इन सिफारिशों के आधार पर ही इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी जा सकती है।
फाइजर और जाइडस कैडिला को अगले कुछ दिनों में मंजूरी मिल सकती है जबकि कोवैक्सीन सितंबर में ही उपलब्ध होने की उम्मीद है।
ऐसे में बच्चे के पैरेंट्स यह तय कर सकेंगे कि वह तीनों में से कौन-सी वैक्सीन लगवाना चाहते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जाइडस कैडिला की वैक्सीन के ट्रायल में 12 साल तक के बच्चे शामिल थे, इसलिए यह महत्वपूर्ण होने वाली है।