Air Force showered flowers from the Red Fort: देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण के समय भारतीय वायु सेना के दो Helicopters ने फूलों की बारिश करके राष्ट्रभक्ति का माहौल पैदा कर दिया।
सेना की स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन ने पारंपरिक 21 तोपों की गूंज के साथ तिरंगे को राष्ट्रगान के साथ ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी। लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी को तीनों सेनाओं की ओर से Guard of Honour दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज जब 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण करने पहुंचे तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने उनका स्वागत किया। रक्षा सचिव अरमाने ने दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराया।
जीओसी ने प्रधानमंत्री को सलामी मंच तक पहुंचाया, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड ने प्रधानमंत्री को सलामी दी। सेना की स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन ने पारंपरिक 21 तोपों की गूंज के साथ राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रगान के साथ ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी। इस मौके पर पंजाब रेजिमेंट के military band ने राष्ट्रगान बजाया। बैंड का संचालन सूबेदार मेजर राजिंदर सिंह ने किया। उनके साथ एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक शामिल थे।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 जवान शामिल थे। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान कमांडर अरुण कुमार मेहता ने संभाली। प्रधानमंत्री की सलामी गारद में सेना की टुकड़ी शामिल रही, जिसकी कमान मेजर अर्जुन सिंह के हाथों में थी।
नौसेना टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके और वायु सेना टुकड़ी की कमान Squadron leader अक्षरा उनियाल ने संभाली। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अनुराग द्विवेदी के हाथों में रही।
ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री ने प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपना पारंपरिक संबोधन शुरू किया। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भारतीय वायु सेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों ध्रुव ने ‘Line Astern Formation’ में पुष्प वर्षा की।
हेलीकॉप्टर के कैप्टन विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और विंग कमांडर राहुल नैनवाल थे। आसमान से फूलों की बारिश होने से लाल किले पर आजादी का जश्न मनाने पहुंचे नागरिकों को राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत कर दिया। राष्ट्रीय उल्लास के इस पर्व में लाल किले के समारोह में करीब 6,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया था।