नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है किडेल्टा प्लस वेरियंट अभी 9 देशों में हैं।
यूके, यूएस, जापान, रशिया, भारत, पुर्तगाल, स्विटरजरलैंड, नेपाल और चीन, भारत में डेल्टा प्लस के 22 मामले हैं और अभी इसे ‘वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट’ की श्रेणी में रखा गया है।
मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के केस केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा गया है कि कैसे डेल्टा प्लस वेरियंट को डील करना है। हम नहीं चाहते हैं कि डेल्टा प्लस वेरियंट आगे बढ़े।
विशेषज्ञों का मानना है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट, देश में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, भारत के दोनों वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड, डेल्टा वेरिएंट पर असरदार हैं।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने इस दौरान बताया कि कोरोना की नई वेव इसलिए आती है क्योंकि वायरस घूम रहा है।
अगर हम प्रोटेक्टेड नही हैं तो संवेदनशील हैं, ऐसे में अगर वायरस रूप बदल देता है तो दिक्कत हो जाती है।
उन्होंने कहा “अगर हम वायरस को मौका नही देते हैं तो दिक्कत नहीं होगी। कई देशों में चार वेव तक आयी है।
कोरोना वेब को लेकर निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।” एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्कूल एक क्राउड है।
वहां टीचर, बच्चे और हेल्पर सब होंगे। जब थोड़े और केस कम होंगे और वैक्सीन लग जाएंगे तो स्कूल खोलना आसान होगा।
इसमें दो तीन मन्त्रालय इन्वॉल्व हैं। इस दौरान पॉल ने कहा कि बुजुर्ग लोग, जिन्होंने दोनों डोज लिए हैं, थोड़ा बाहर टहल सकते हैं लेकिन भीड़ में नहीं जाना है।
यह सब इस बात पर डिपेंड करता है कि उस व्यक्ति का स्वास्थ्य कैसा है।