Stampede During Bhole Baba’s program in Hathras.: तथाकथित बाबा ‘भोले नाथ’ के अनुयायी गजब के हैं। हाथरस (Hathras) में भोले बाबा के कार्यक्रम में भगदड़ से कई लोगों की मौत हो चुकी है। सिकंदराराऊ में सत्संग में एक लाख से ज्यादा की भीड़ इकट्ठा हुई थी।
इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी भोले बाबा के अनुयायियों में बाबा के प्रति विश्वास कम नहीं हुआ है। हाथरस की रहने वाली एक अनुयायी पेश से वकील हैं उनका मानना है कि भोले बाबा कोई इंसान नहीं बल्कि भगवान के दूत हैं।
Media Report के मुताबिक एक अनुयायी का कहना है कि भोले बाबा का आशीर्वाद ना होता तो उसका एडमिशन नहीं हो पाता। वहीं एक गृहिणी का कहना है कि नारायण हरि भोले बाबा के सत्संग के जल से ऐसी गंभीर बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं जो डॉक्टर के समझ में नहीं आती हैं।
वहीं एक भक्त का कहना है कि भोले बाबा की चरण रज लेने के चक्कर में भगदड़ मच गई और इतने लोगों की जान चली गई।
बता दें कि भोले बाबा मशहूर होने का कारण दलित फैक्टर भी है। वह अपने सत्संग में बराबरी और जाति के आधार पर भेदभाव को खारिज करते हैं। लोगों को भोले बाबा के चमत्कार का भरोसा है। वह खुद को आलौकिक सत्ता के रूप में लोगों के सामने पेश करते हैं। वहीं सत्संग में मानवता का संदेश देते हैं।
वहीं भगदड़ से थोड़ी देर पहले भोले बाबा ने कहा था, आज प्रलय आएगी। अब भोले बाबा के भक्तों का मानना है कि उन्होंने घटना की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी और लोगों को सावधान कर दिया था। वे यह मानने को तैयार ही नहीं हैं कि लापरवाही की वजह से इस तरह की दुखद घटना हुई है।
भगदड़ में घायल हुए एक अनुयायी ने कहा कि वह भोले बाबा के प्रभाव और उनकी त्रिकालदर्शिता से प्रभावित है। उसने बताया कि बाबा ने मंच छोड़ने से पहले कहा था कि मैं जा रहा हूं, आज प्रलय आएगी।
आप सोचिए कि उन्होंने यह भविष्यवाणी कैसे कर दी। उन्हें पता था कि थोड़ी देर बाद क्या होने वाला है। उनके वहां से जाने तक वहां कोई भगदड़ (Stampede) नहीं थी। उनके जाने के बाद सत्संग में धूल उड़नी शुरू हो गई।
वहीं एक अन्य बाबा भक्त ने कहा कि वह 6 साल के थे जब उनके मां बाप सत्संग में ले गए थे। इसके बाद से वह एक ही ईश्वर में भरोसा रखते हैं। हमारे घऱ में किसी और भगवान या देवी-देवता की तस्वीर तक नहीं है। घर में सिर्फ भोले बाबा की ही तस्वीरें लगी है।
उन्होंने कहा भोले बाबा ही हमारे परमात्मा हैं और उनकी पूजा के बिना होली-दीपावली कुछ भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि आज हम अच्छे विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। यह सब भोले बाबा की ही कृपा से संभव हो पाया है।
एक अन्य अनुयायी नेहा ने कहा कि बाबा की छवि खराब करने के लिए भगदड़ करवाई गई है। हमारा पूरा परिवार बाबा में आस्था रखता है।
लोग उनके सत्संग से पवित्र जल लाते हैं और अपने घर में छिड़कते हैं। जब भी हमारे घर में कोई बीमार हुआ तो उनकी कृपा से ही ठीक हुआ है। हम उनके अलावा किसी भगवान की पूजा नहीं करते हैं। गरीब से लेकर अमीर तक सभी भोल बाबा को मानते हैं। उनके प्रति श्रद्धा रखते हैं।