Boy Shoots himself after not being able to Fulfill his Expensive Hobbies: यह एक परिवार के लिए ही नहीं, समाज के लिए भी चिंताजनक है कि बच्चे का शौक मां-बाप पूरे ना कर सकें तो वह आत्महत्या (Suicide) जैसा खतरनाक कदम उठा ले।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ऐसा ही हुआ है। 14 साल के एक बच्चे ने अपनी जान दे दी और Suicide Note में जो बातें लिखी हैं, उससे दिल हिल जाता है।
लिखा है- ‘अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है और कोई अब परेशान भी नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। अकेले खुश रहो। आज तक एक मोटर Bike तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी Bullet ठीक तक नहीं कराई और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढ़ाई करते हैं। तो वो कैसे भी पढ़ते हो, हम पर तो फोन है न। वो फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। भूंड (बदसूरत) शक्ल का हूं। बेशर्म हूं। भगवान मेरे मां जैसी मां किसी को मत देना। बाय।’
14 साल के लड़के ने महंगे शौक पूरे ना होने पर खतरनाक कदम उठा लिया। उसने खुद को गोली मार ली। साथ ही एक सुसाइड नोट भी छोड़ गया, जिसमें उसने अपने घर वालों से तमाम शिकायतें की है। नोट में उसने खुद को बदसूरत भी बताया है। इस मार्मिक Suicide Note को देखकर घरवालों के होश उड़ गए।
वहीं पुलिस अब Suicide Note और मौत के कनेक्शन पर जांच कर रही है।
अपनों के लिए दिल में भरी बेइंतहा नफरत और गुस्से से भरा ये वो सुसाइड नोट है, जो एक 14 साल के बच्चे ने अपने मम्मी, पापा के लिए लिखा। इस Suicide Note को लिखने के बाद बच्चे ने अलमारी से अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर निकाली और खुद को शूट कर लिया। 10वीं में पढ़ने वाले इस बच्चे को अपने मां, बाप से ढेरों शिकायतें थी।
कारोबारी नितिन का बेटा अंगद दोस्तों के पास ये सारी चीजें देखकर इस कदर तनाव में चला गया कि उसने Suicide जैसा खतरनाक कदम उठा लिया। यह तनाव केवल महंगे शौक पूरे करने का नहीं था, बल्कि अपने लुक्स को लेकर भी था। अंगद ने अपने Suicide Note में लिखा कि वो कबाड़ है, भूंड शक्ल का है।
उसके मन में अपने लुक्स को लेकर कांशिसनेस थी, जो उसे अंदर ही अंदर परेशान करती थी। बच्चे के इस बिहेव पर घरवालों से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने तो उसे हर चीज देने का वादा किया था। सही समय पर सारी चीजें देने को तैयार थे, लेकिन दोस्तों ने उसे बरगला दिया था।
बच्चे के नाना सुरेंद्र सिंह को जैसे ही घटना का पता चला वो तुरंत मुजफ्फरनगर से मेरठ चले आए। नाना ने बताया, ‘बच्चा पापा से महंगी बाइक, महंगी गाड़ी थार मांगता था। उसके पापा ने वादा किया था कि 12वीं कर ले इसके बाद नई Bike मिल जाएगी। College में अच्छे से पढ़ाई कर लेगा तो थार भी दिला दूंगा।
अभी तुम बहुत छोटे हो अभी ये सब ठीक नहीं। तब तक घर में रखी बुलेट चलाओ। लेकिन धेवते के दोस्त उसे बरगलाते थे।’ फिलहाल पुलिस दसवीं में पढ़ने वाले इस 14 साल के बच्चे के Suicide की जांच में लगी है।