Seema Haider appealed:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।
विदेश मंत्रालय ने 24 अप्रैल 2025 को सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए और उन्हें 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया। इस फैसले ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
इस बीच, पाकिस्तान की सीमा हैदर, जो 2023 में अवैध रूप से भारत आई थीं, का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भारत में रहने की गुहार लगा रही हैं।
वायरल वीडियो में सीमा हैदर अपने पति सचिन मीना के साथ नजर आ रही हैं। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, “मैं पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। मैं मोदी जी और योगी जी की शरण में हूं, उनकी अमानत हूं।
बेटी पाकिस्तान की थी, बहू भारत की हूं। मुझे भारत में रहने दिया जाए।” सीमा ने यह भी कहा कि उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है और उनकी बेटी, भारती मीना, का जन्म भारत में हुआ है। उन्होंने सरकार से विशेष परिस्थितियों में उनके मामले पर विचार करने की अपील की।
सीमा हैदर का मामला?
सीमा हैदर (32) ने 2019 में PUBG गेम के जरिए नोएडा के सचिन मीना (24) से संपर्क स्थापित किया था। 2023 में वह अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत आईं और सचिन से शादी कर ली।
दोनों की एक बेटी, भारती, मार्च 2025 में पैदा हुई। सीमा और सचिन को जुलाई 2023 में अवैध प्रवेश और अवैध प्रवासी को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में जमानत मिल गई। सीमा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दया याचिका दायर कर भारतीय नागरिकता मांगी है, जो अभी लंबित है।
सीमा के वकील, एपी सिंह, ने दावा किया कि वह अब पाकिस्तानी नागरिक नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने सचिन से शादी की और उनकी बेटी का जन्म भारत में हुआ।
सिंह ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय कानून और अभिभावक अधिनियम के तहत मां बच्चे की सबसे अच्छी अभिभावक होती है।
क्या भारत में जन्मी बेटी को पाकिस्तान भेजा जाएगा?” उन्होंने यह भी तर्क दिया कि उत्तर प्रदेश सरकार के रिकॉर्ड में सीमा को सचिन की पत्नी के रूप में मान्यता दी गई है, और इसलिए वीजा रद्दीकरण का आदेश उन पर लागू नहीं होना चाहिए।
हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट के वकील अबू बकर सब्बाक ने न्यूज18 को बताया कि केंद्र का आदेश सीमा पर भी लागू हो सकता है, लेकिन उनकी शादी और बच्चे के कारण मामला जटिल है।
अंतिम फैसला उत्तर प्रदेश सरकार और कोर्ट की जांच पर निर्भर करेगा। गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान शुरू कर दी है, लेकिन सीमा के बारे में अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं मिला है।