The demand for withdrawal of Wakf law has intensified: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले जमा हुए देशभर के मुस्लिम संगठनों ने केंद्र से वक्फ बोर्ड संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि वक्फ कानून के विरुद्ध जंग जारी रहेगी।
मुस्लिम संगठनों ने कहा, वक्फ में किसी तरह की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संगठनों ने आरोप लगाया कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को खत्म करने और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वायत्तता को खत्म करने की साजिश है।
राजधानी के तालकटोरा स्टेडिम में पर्सनल लॉ बोर्ड के वक्फ बचाओ सम्मेलन में मुस्लिम संगठनों के पदाधिकारियों के साथ सपा और राजद के नेता भी शामिल हुए। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि वक्फ सपंत्तियों को बचाने की इस लड़ाई में सपा साथ है।
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से उन उन्हें सबक सिखाने की अपील की, जो इस लड़ाई में सरकार के साथ हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉ एसक्यूआर इलियास ने कहा कि पुलिस ने सोमवार को देर रात इस सम्मेलन की इजाजत दी है। इससे पहले जंतर-मंतर पर भी ऐन वक्त पर इजाजत मिली थी।
शायद सरकार को प्रदर्शनों से डर लगता है। सम्मेलन में बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्ला रहमानी, जमात ए इस्लामी के सदतुल्ला हुसैनी, शिया धर्मगुरु कल्ब के जवाद व अजमेर दरगाह के सज्जादानशीन सरवर चिश्ती सहित कई प्रमुख मुस्लिम नेता और धर्मगुरु शामिल हुए।