कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति (Teacher Appointment) में कथित भ्रष्टाचार मामले में में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) पर एक ही दिन में दोहरी गाज गिरी है।
गुरुवार दोपहर को मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद शाम को उन्हें पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से भी हटा दिया गया है।
यह जानकारी Chief Minister Mamata Banerjee के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके दी।
पार्थ को प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया
इससे पहले तृणमूल भवन में गुरुवार शाम 5 बजे Abhishek Banerjee की अध्यक्षता में अनुशासन रक्षा समिति की बैठक हुई।
बैठक में अभिषेक के अलावा कुणाल घोष, सुब्रत बक्शी, मलय घटक, मंत्री ब्रात्य बसु सहित अन्य नेता उपस्थित थे। खास बात यह है कि इस अनुशासन रक्षा समिति के सदस्य पार्थ चटर्जी भी हैं, जो फिलहाल ED की हिरासत में हैं।
अनुशासन रक्षा समिति की बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्थ को पार्टी के महासचिव, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के मुखपत्र जागो बांग्ला के संपादक, अनुशासन रक्षा समिति के सदस्य सहित सभी पांचों महत्वपूर्ण पदों से हटा दिया गया है। इसके अलावा उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी प्रवक्ता और राज्य महासचिव Kunal Ghosh ने सुबह ही Tweet कर पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल और पार्टी के सभी पदों से हटाने की मांग की थी। इसके बाद से ही पार्थ की बर्खास्तगी के कयास तेज हो गए थे।