नई दिल्ली: आतंकी संगठन (Terrorist organization) अलकायदा का सरगना अयमान अल जवाहिरी की अमेरिकी ड्रोन (American Drone) हमले में मौत हो गई है।
रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ऑपरेशन (Surgery) को अंजाम दिया गया। America के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि `इंसाफ हो गया, अब यह आतंकी नेता नहीं रहा।’
2011 में PAK में ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने मार गिराया गया
मिस्र के रहने वाले अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को 9/11 आतंकी हमले का मास्टरमाइंड (MasterMind) माना जाता है।
अमेरिका ने उसके सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था। जवाहिरी के मारे जाने से अलकायदा को करीब 11 साल बाद सबसे बड़ा झटका लगा है, जब 2011 में PAK में ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने मार गिराया गया।
पहले भी कई बार जवाहिरी के मारे जाने की खबरें आई थीं जो बाद में निराधार साबित हुई लेकिन इस बार बाइडेन (Biden) प्रशासन की तरफ से बाकायदा इसकी पुष्टि कर दी गई है।
अमेरिकी सेना ने Afghanistan से तालिबानी सरकार को बेदखल कर लोकतांत्रिक सरकार बनाई
खास बात यह है कि अमेरिका पर हमला करने वाले अलकायदा के दोनों प्रमुख वांछितों को खत्म करने में अमेरिका को सफलता मिल गई है।
इन दोनों की खोज में America ने करीब 20 वर्षों (20 Years) तक अफगानिस्तान में पूरी ताकत झोंक दी थी।
अमेरिकी सेना ने Afghanistan से तालिबानी सरकार को बेदखल कर लोकतांत्रिक सरकार बनाई।
लंबी चली लड़ाई में आखिरकार अगस्त 2021 में अमेरिकी सेना अचानक अफगानिस्तान (Afghanistan) छोड़ कर लौट गई, उसके बाद वहां दोबारा तालिबान सरकार में है।
Afghanistan छोड़ने के करीब एक साल के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में अलकायदा सरगना जवाहिरी को खत्म कर दिया।
अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार अफगानिस्तान में US Army की मौजूदगी के दौरान जवाहिरी कहां था और तालिबान के सत्ता में आने के बाद क्या जवाहिरी को अफगानिस्तान में पनाह दी गई थी। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार की तरफ से अमेरिकी कार्रवाई की निंदा की गई है।