Nawaz Sharif’s Biggest Claim: नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) चार साल बाद अपने देश पाकिस्तान स्वदेश लौटे।
पाकिस्तान लौटने के कुछ घंटे बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में बात की और और एक बड़ा दावा कर दिया।
नवाज शरीफ पाकिस्तान आए ताकि वह अपनी पार्टी का नेतृत्व कर सकें और जनवरी में संभावित आम चुनावों में रिकॉर्ड चौथी बार जीत हासिल करने की कोशिश कर सकें।
शरीफ का बड़ा क्लेम
शरीफ ने 1998 में विदेशी सरकारों के भारी दबाव को याद किया जब पाकिस्तान भारत के परमाणु परीक्षण (Nuclear Test) का जवाब देना चाहता था। उन्होंने कहा, ‘विदेश कार्यालय में रिकॉर्ड होगा कि क्लिंटन ने मुझे पांच अरब डॉलर की पेशकश की।
यह 1999 में हुआ था… मुझे भी एक अरब डॉलर की पेशकश की जा सकती थी, लेकिन मैं पाकिस्तान की धरती पर पैदा हुआ हूं और इस बात ने मुझे वह स्वीकार करने की अनुमति नहीं दी जो पाकिस्तान के पक्ष के खिलाफ है।
“हम वो हैं जिन्होंने पाकिस्तान का निर्माण किया”
उन्होंने कहा, “मुझे बताइए, वे कौन हैं जिन्होंने नवाज शरीफ को अपने देश से अलग किया? हम वो हैं जिन्होंने पाकिस्तान का निर्माण किया। हमने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनाया।
हमने लोड-शेडिंग (Load-Shedding) को समाप्त कर दिया।” उन्होंने तुलना की कि जब वह सत्ता में थे तब की तुलना में आज रोटी की कीमत कितनी अधिक है। क्या मुझे इस कारण से बाहर किया गया था? यह क्या निर्णय है? आप जनता हैं, आप कहिए।
क्या आप इस फैसले से सहमत हैं? PML-N सुप्रीमो ने अफसोस जताया कि कैसे आज देश की हालत खराब है, लेकिन साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प लिया।
शरीफ का इमरान खान पर निशाना
उन्होंने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी इमरान खान (Imran Khan) पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे बताइए, अगर मेरी जगह कोई और होता तो आप जानते हैं कि कौन अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने यह बात कह सकता था।”
Minar-e-Pakistan में PML-N की रैली में अपने करीब 60 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा, “हमने परमाणु परीक्षण किया और परमाणु परीक्षण करने के लिए भारत को करारा जवाब दिया।”
उन्होंने कहा, “तो क्या हमें इसके लिए सजा मिलेगी? क्या इसी वजह से हमारे खिलाफ फैसले सुनाए जाते हैं?” शरीफ ने कहा कि उन्होंने कभी अपने समर्थकों को धोखा नहीं दिया और न ही वह किसी तरह की कुर्बानी देने से कतराए।
उन्होंने याद किया कि कैसे उनके, उनकी बेटी और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए गए। लेकिन किसी ने भी PML-N का झंडा नहीं छोड़ा।