रांची: CPI Maoist का रीजनल कमेटी सदस्य व 15 लाख का इनामी नक्सली इंदल गंझु (Indal Ganjhu) ने पुलिस एवं CRPF के समक्ष गुरुवार को आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया है।
कुख्यात नक्सली झारखंड राज्य के चतरा, हजारीबाग (Hazaribagh), पलामू और बिहार के गया तथा औरंगाबाद जिले के कई कांडों में शामिल था।
CPI Maoist संगठन के साथ पुलिस बलों की लगातार हो रही मुठभेड़ का ही यह नतीजा है कि नक्सली अब सरेंडर कर मुख्य धारा में लौट रहे हैं।
सुरक्षाबलों को लगातार मिल रही सफलता
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने राज्य को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखण्ड के नेतृत्व में झारखण्ड पुलिस, CRPF , झारखंड जगुआर (Jharkhand Jaguar) एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के द्वारा सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की जा रही है।
इस दिशा में पुलिस को नक्सली संगठनों के विरोध में निरंतर सफलता भी मिल रही है।
मुख्यधारा में लौट रहे हैं नक्सली
दूसरी ओर भटके नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति नई दिशा का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य उनको समाज की मुख्यधारा में जोड़ना है।
जो किसी कारणवश नक्सलवाद के गलत रास्ते में भटक गया है। इसका परिणाम काफी सकारात्मक (Positive) रहा और अब तक कई प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के कई बड़े इनामी नक्सली से लेकर अन्य सदस्य झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
इंदल गंझु ने की नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील
आत्मसमर्पण (Surrender) के बाद नक्सली इंदल गंझु ने अपने सभी नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।
बताते चलें कि झारखंड (Jharkhand) में पुलिस के एक्शन और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति ‘नई दिशा’ के बाद कई बड़े नक्सलियों (Naxalite) ने हथियार डाले हैं।
पुलिस की कार्रवाई से बचने और सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर करने लगे हैं और सामाज की मुख्य धारा से जुड़कर बेहतर नागरिक बन रहे हैं।