गिरिडीह: गिरिडीह में कैदी वाहन पर हुए हमले में शामिल कुख्यात भाकपा माओवादी मनोज मरांडी को जमुई (बिहार) पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार नक्सली ने वर्ष 2013 पूर्व की मुठभेड़ में मारे गए इनामी नक्सली चिराग दा के साथ गिरिडीह में कैदी वाहन पर हमला कर खूंखार माओवादी परवेश दा समेत कई माओवादी को कैदी वाहन से मुक्त कराया था।
सात वर्षों से फरार चल रहे नक्सली मनोज के खिलाफ कैदी वाहन का एक केस गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना में दर्ज है।
जमुई के अलग अलग थाना क्षेत्रों में आठ नक्सली केस दर्ज है, जिसमें तीन चकाई थाना में दो खेराथाने में और दो अन्य थानों में केस दर्ज है।
बताया गया है कि गिरफ्तार नक्सली पिछले तीन साल से गुजरात के सूरत में रह कर एक कपड़ा फैक्ट्री में काम कर रहा था लेकिन इसके बाद भी इसे जमुई में संगठन में मिलिट्री विंग का जिम्मा मिला हुआ था और संगठन विस्तार का काम भी कर रहा था ।
वर्ष 2013 में दबोचे गये नक्सली ने गिरिडीह कोर्ट में पेशी कर वापस जेल लौटने के क्रम में कैदी वाहन पर हमला कर कई कुख्यात माओवादियों को वाहन से उतार कर फरार हो गया था। तब से ही गिरिडीह पुलिस मनोज मंराडी को तलाश रही थी।