रांची: लातेहार (Latehar) जिले के बालूमाथ में कोयला कारोबारी सह भाजपा नेता राजेंद्र साहू (Rajendra Sahu) की 14 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी TCP उग्रवादी संगठन ने ली है।
उत्तरी दक्षिणी सब जोनल कमेटी के कमांडर अभिषेक ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 12 अगस्त को बालूमाथ में TPC संगठन द्वारा राजेंद्र साहू पर फौजी कार्रवाई की गयी।
हत्या के पीछे कि वजह
राजेंद्र साहू की हत्या के पीछे वजह यह है कि साल 2000 से 2005 के बीच उसने भाकपा माओवादी संगठन में काम किया और वहां से अच्छा-खासा पैसा लेकर भाग गया जिसके बाद राजेंद्र साहू टीपीसी संगठन के संरक्षण में आया।
प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि राजेंद्र साहू ने TPC संगठन का लेवी के 70 करोड़ रुपये गबन किया था। संगठन द्वारा पैसे मांगे जाने पर भी पैसा वापस नहीं किया।
टीपीसी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कॉमरेड मुरारी द्वारा राजेंद्र साहु को हथियार खरीदने के लिए वर्ष 2007 में 1.05 करोड़ रुपये दिये गये थे।
कैडरों का ट्रक, हाइवा, लोडर का पैसा भी गबन कर लिया
वह पैसा भी राजेंद्र साहू ने गबन कर लिया। फिर संगठन के लिए काम करने लगा। संगठन के नाम पर बड़ी- बड़ी कंपनियों से बड़े-बड़े कोयला ट्रांसपोर्ट (coal transport) का काम संगठन द्वारा लेने लगा।
उसने कुछ कैडरों का ट्रक, हाइवा, लोडर का पैसा भी गबन कर लिया। इसके अलावा उसने हजारों ट्रक, हाइवा और लोडर मालिकों और मजदूरों का चार करोड़ रुपये भी हड़प लिया।