न्यूज़ अरोमा रामगढ़: रामगढ़ और हजारीबाग जिले के सीमा पर स्थित सिरका अरगड्डा क्षेत्र में नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर दोनों जिलों की पुलिस को चुनौती दी है।
तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति, उत्तरी -दक्षिणी छोटानागपुर जोनल कमिटी के द्वारा पोस्टर लगाकर आतंक फैलाने की कोशिश की गई है।
टीएसपीसी संगठन के द्वारा विस्थापित प्रभावित क्षेत्र में सीएसआर फंड गांव गांव में उपलब्ध कराने के अलावा लगभग एक दर्जन मांगों को पटल पर रखा है।
जोनल कमेटी के सदस्यों ने कहा है कि कोयलांचल क्षेत्र में सीसीएल, बीसीसीएल, एनटीपीसी जैसी संस्था गरीबों की जमीन लूट रही है।
लेकिन ना तो ग्रामीणों को रोजगार दिया जा रहा है और ना ही उन्हें उचित मुआवजा मिल रहा है।
ग्रामीणों को अपने हक के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है, जो कि सही नहीं है।
सभी कोयला ट्रांसपोर्टर, ट्रक, हाईवा, लोडर, पे-लोडर के मालिक और गाड़ी चालकों को नक्सलियों ने सख्त निर्देश दिया है कि वे 16 दिसंबर तक काम बंद रखें।
अगर इस बीच किसी ने ट्रांसपोर्टिंग की तो नक्सली उस पर फौजी कार्रवाई करेंगे।
जोनल कमेटी के सदस्यों ने कहा है कि नक्सली जांच के नाम पर एनआईए द्वारा आम गरीब जनता पर शिकंजा कसा जा रहा है। आम जनता अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रही हैं।
लेकिन पुलिस उन पर दमन कर रही है। नक्सलियों ने अशोका, पिपरवार, मगध, आम्रपाली, एनके एरिया के जीएम और पियो को भी धमकाया है।
कहा है कि पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर षड्यंत्र रचना बंद करें।
नक्सलियों ने 13 से 16 दिसंबर तक बंद का आह्वान किया है। इस पूरे प्रकरण में एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि नक्सली अपना वर्चस्व कायम करने के लिए इस तरह के पोस्टर बाजी कर रहे हैं।
लेकिन उनका वजूद नहीं है। पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
साथ ही हजारीबाग जिला पुलिस प्रशासन के साथ भी समन्वय स्थापित कर छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य और सरकारी काम को किसी प्रकार से बंद नहीं किया जाएगा। रामगढ़ पुलिस को भी हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।