Khunti Police Campaign : अफीम की खेती के खिलाफ Khunti जिला पुलिस ने अभियान के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से अफीम की खेत में काम कर रहे 11 ग्रामीणों को मंगलवार काे गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपितों में खूंटी थानांतर्गत ग्राम कोसेया के पंडेया मुंडा, ग्राम पोटमगढ़ा के जीतू उरांव एवं ग्राम बासाहातु के देवेंद्र पातर, मुरहू थानांतर्गत ग्राम मारूंगटोली के सुरेंद्र नायक और ग्राम तुंबाकेल के जकरियस बोदरा, अड़की थानांतर्गत ग्राम कुरंगा के बगराय मुंडा एवं सिरित तिड़ू तथा मारंगहादा थानांतर्गत ग्राम जोजोहातु के जोटो मुंडा, ग्राम सालेहातु के बोड़ा मुंडा, ग्राम सरजामा के दसाय मुंडा और चमर सिंह टूटी शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध संबंधित थाना में NDPS Act के तहत मामला दर्ज कर सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह जानकारी SP Aman Kumar ने मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित Press Conference में दी।
3600 एकड़ में लगी फसल नष्ट, 38 लोग गिरफ्तार
SP ने बताया कि अफीम की खेती के खिलाफ जिला पुलिस द्वारा 11 दिसंबर से चलाए जा रहे अभियान के दौरान अब तक 3600 एकड़ जमीन में लगी अफीम की खेती को Tractor आदि संसाधनों के द्वारा नष्ट किया गया है। साथ ही सायको थाना क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान सहित जिला में कुल 38 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
SP ने बताया कि इस दौरान ग्रामीणों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है। जागरूकता कार्यक्रम से प्रभावित होकर 60 से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने स्वयं से लगभग 500 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया है। SP ने कहा कि इस बार अफीम की खेती के विनष्टीकरण के लिए शुरू से ही ट्रैक्टर आदि संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है।
प्रतिदिन दो-ढाई सौ Police बल के साथ 15 से 20 ट्रैक्टर को इस अभियान में लगाया जा रहा है। इस वजह से इस बार प्रतिदिन व्यापक पैमाने पर अफीम की खेती को नष्ट करने में सफलता मिल रही है।
5 फरवरी से अभियान होगा और तेज, ड्रोन से निगरानी
SP ने बताया कि 5 फरवरी से अगले 15 दिनों तक अफीम विनष्टीकरण कार्य को और तेज किया जाएगा। इसके लिए पुलिस Headquarter से 400 से अधिक पुलिस बल उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें अफीम विनष्टीकरण अभियान में ही लगाया जाएगा। इस दौरान ड्रोन से अफीम खेती की Mapping कर अफीम की खेती को नष्ट किया जाएगा।
एसपी ने ग्रामीणों से स्वयं से अफीम की खेती को नष्ट करने की अपील करते हुए बताया कि अगर ग्रामीण स्वयं से अफीम की फसल को नष्ट करेंगे तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। और अगर पुलिस अफीम की खेती को नष्ट करती है तो जमीन मालिकों के साथ ही खेती करने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने कहा कि अफीम की अवैध खेती में संलिप्त पाए जाने पर किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा चाहे वह ग्रामीण जनप्रतिनिधि ही क्यों ना हो।