इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कम से कम 49 प्रतिशत लोग सत्तारूढ़ तहरीक-ए-इंसाफ दल को महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं ।
इप्सोस द्वारा किए गए एक सर्वे के उत्तर दाताओं के मुताबिक पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई ने लगभग सभी वर्गों पर प्रभाव डाला है पर इससे सबसे बुरी तरह निम्न आय वाले वर्ग के लोग प्रभावित हैं ।
28 अक्टूबर से 04 नवम्बर के बीच किए गए 1000 लोगों के बीच किये गए साक्षात्कार और शोध के अनुसार यह बात सामने आई है कि आधे से ज्यादा पाकिस्तानी यह मानते हैं कि वहां की सरकार के वजह से महंगाई बढ़ी है।
केवल 15 प्रतिशत ऐसे लोग थे जिन्होंने पिछली सरकार को महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराया। अपने सरकार के पहले दिन से ही पाकिस्तान तहरीक- ए -इंसाफ पार्टी और प्रधानमंत्री इमरान खान भी इसी बात को दोहराते आ रहे हैं।
49 प्रतिशत लोगों ने केंद्र सरकार को ,07 प्रतिशत ने प्रांतीय सरकारों को और 08 प्रतिशत ने किसी अन्य अज्ञात माफिया को महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराया ।
सर्वे ने इस बात का भी खुलासा किया कि बढ़ती महंगाई से 97 प्रतिशत उत्तर दाता त्रस्त है और 88 प्रतिशत ने इस बात पर चिंता जाहिर की। सर्वे के अनुसार 83 प्रतिशत लोगों ने कोरोनावायरस महामारी के बाद अपनी तनख्वाह में कटौती झेली है।