Isreal Released 369 Palestine Hostages: इजराइल ने युद्ध विराम संधि के तहत शनिवार को 369 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। यह फैसला इजराइल और हमास के बीच हुई सीजफायर डील के अंतर्गत लिया गया था।
क्या है इस टीशर्ट के पीछे की कहानी?
रिहा किए गए सभी कैदियों को इजराइल ने एक खास तरह की टी-शर्ट पहनाकर छोड़ा। इस टी-शर्ट पर लिखा था- “न भूलेंगे, न माफ करेंगे।” यह इजराइल का एक कड़ा संदेश था, जो उसने हमास को जवाब देने के लिए दिया।
इजराइल ने ऐसा क्यों किया?
हमास की एक पुरानी परंपरा रही है कि जब भी वह इजराइली बंधकों को रिहा करता है, तो उन्हें एक मंच पर लाकर हमास की तारीफ करने के लिए कहा जाता है।
इस कार्यक्रम में हजारों फिलिस्तीनी शामिल होते हैं। इजराइल को यह तरीका पसंद नहीं था और उसने हमास को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए यह संदेश दिया।
Israel has made special t-shirts for the 369 Palestinian terrorists that are to be released today in exchange for 3 innocent Israeli hostages.
The t-shirts say “we will not forget and we will not forgive.” pic.twitter.com/Pwp70JioVZ
— FJ (@Natsecjeff) February 15, 2025
इस संदेश का क्या मतलब है?
“न भूलेंगे, न माफ करेंगे” इजराइल के लिए बहुत खास संदेश है। यहूदी धर्म ग्रंथों में भी इसका जिक्र मिलता है। 1972 में म्यूनिख ओलंपिक हमले के बाद इजराइल ने पांच आतंकियों को मार गिराया था। उनके घरों पर भी यही संदेश लिखे हुए फूल भेजे गए थे।
इसका मतलब साफ है, इजराइल अपनी दुश्मनों की गलतियों को न भूलता है और न ही माफ करता है।
इजराइल का संदेश हमास को
इस रिहाई के जरिए इजराइल ने हमास को यह बता दिया कि वह पुरानी घटनाओं को भूलने वाला नहीं है। यह इजराइल का अपने दुश्मनों को यह चेतावनी देने का तरीका था कि वह किसी भी हमले या हिंसा को नजरअंदाज नहीं करेगा।