नई दिल्ली: दिग्गल कारोबारी जेफ बेजोस की कंपनी ऐमजॉन की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। पहले यूरोप में कंपनी पर कानूनों के उल्लंघन को लेकर 6.87 करोड़ यूरो का जुर्माना लगा।
अब एक ओर इटली की एंटीट्रस्ट अथॉरिटी ने 1.28 अरब डॉलर (1.13 अरब यूरो) का जुर्माना लगाया है, वहीं दूसरी ओर अपने ही देश यानी अमेरिका में अमेजान पर ग्राहकों को गुमराह करने के आरोप लगे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) के समक्ष की गई शिकायत में कहा गया है कि ऐमजॉन संभावित रूप से लोगों को गुमराह कर रही है।
यह इस बात का पर्याप्त रूप से स्पष्ट संकेत नहीं देती कि कौन सा सर्च रिजल्ट पेड एडवटाईजमेंट है और कौन सा नहीं।
शिकायत, अमेरिकी श्रमिक संघों के गठबंधन द स्ट्रैटेजिक ऑर्गनाइजिंग सेंटर (एसओसी) द्वारा दायर की गई है। शिकायत में कहा गया है कि अमेजान के एक चौथाई से ज्यादा सर्च रिजल्ट थर्ड पार्टी द्वारा स्पॉन्सर हैं।
साथ ही औसत यूजर के लिए इन्हें स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त रूप से लेबल नहीं किया गया है। एसओसी के शोधकर्ताओं, ने 130,000 से अधिक सर्च रिजल्ट्स का विश्लेषण किया।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अमेजॉन सर्च रिजल्ट में ऑनलाइन विज्ञापनों की पहचान करने के लिए सभी एफटीसी दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर रही है।
हालांकि ऐमजॉन के प्रवक्ता ने एसओसी की रिपोर्ट को गलत बताया है। प्रवक्ता का कहना है कि ऐमजॉन स्टोर में विज्ञापनों में हमेशा एक स्पष्ट और प्रॉमिनेंट स्पॉन्सर्ड लेबल रहता है, जो एफटीसी दिशानिर्देशों के अनुरूप लागू किया गया है।
एफटीसी के निर्देश हैं कि डिजिटल एडवर्टाइजर्स, पेड विज्ञापनों की स्पष्ट और विशिष्ट लेबलिंग करें।