नई दिल्ली: साल 2021 की तरह अगला साल भी आईपीओ के लिहाज से सुपर हिट होगा है। फरवरी 2022 तक 45 कंपनियां अपने इश्यू ला सकती हैं।
इसमें स्टार्टअप का भी समावेश होगा।2022 में सबसे बड़ा आईपीओ एलआईसी का होगा। हालांकि इसके इश्यू पर अभी भी कोई समय सीमा तय नहीं है।
सरकार की कोशिश है कि मार्च से पहले इस लाया जाए। पर अभी तक इसका वैल्यूएशन और अन्य प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही ओला, बायजू, ओयो जैसे स्टार्टअप भी बाजार में उतरने की तैयारी में है।
एलआईसी 80 हजार करोड़ से एक लाख करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है।
डेलहीवरी ने सेबी के पास मामले में पेपर जमा करा दिया है। देश में इस साल कुल 79 यूनिकॉर्न थे। इसमें से 42 यूनिकॉर्न तब अकेले इसी साल बने हैं।
स्टार्टअप के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है। यहां पर वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर्स और नए उद्यमी लगातार यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना रहे हैं।
इस साल बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली तीन कंपनियां बाजार में उतरी थीँ। इसमें मेट्रो ब्रांड, नजारा और स्टार हेल्थ थीं। नजारा को छोड़कर दो कंपनियों ने निवेशकों को घाटा दिया है।
सेबी के पास पिछले तीन महीने में तीन दर्जन से ज्यादा कंपनियों ने इश्यू लाने के लिए कागजात जमा कराया है। इसमें अडाणी विल्मर, गो फर्स्ट एयरलाइंस, ड्रूम टेक्नोलॉजी, स्नैपडील जैसी कंपनियां शामिल हैं।
अडाणी विल्मर 4500 करोड़ रुपए जबकि गो फर्स्ट 3500 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है। जनवरी से लेकर अब तक कुल 63 कंपनियां बाजार में आई हैं। यह सभी मिलाकर बाजार से 1.29 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं।