नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में आयोजित जनसभा में सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस) बिपिन रावत को याद करते हुये कहा कि वे हर पल देश की आन-बान-शान के लिए समर्पित रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को गीता के श्लोक, “नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः। न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः।
” का उद्धरण करते हुये कहा कि जनरल बिपिन रावत आने वाले दिनों में नए भारत को अपने संकल्पों के साथ, जहां होंगे वहां से देखते रहेंगे।
देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने, तीनों सेनाओं में तालमेल मजबूत करने का काम और सीमाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने का काम आगे बढ़ता रहेगा।
मोदी ने कहा कि देश आज दुख में है। इसके बावजूद भारत न अपनी गति रोकेगा और न प्रगति रोकेगा। हम भारतीय और प्रगति करेंगे। देश के भीतर और बाहर से मिली हर चुनौती का सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत को और सशक्त और मजबूत बनाएंगे।
उन्होंने दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल देवरिया के सपूत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि उनको हर संभव बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के 11 अन्य जवानों का तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया।
इस दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये और उनका बेंगलूरु के सेना अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 6,200 से अधिक गांवों के लगभग 29 लाख किसानों को लाभ पहुंचेगा और वे अपनी कृषि क्षमता को बढ़ाने में समर्थ होंगे।
यह परियोजना 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगी। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौ जिले बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज लाभान्वित होंगे।