नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और पंजाब के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर नफरत का माहौल का पैदा करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कांग्रेस पर पंजाब को 1984 की तरह एक बार फिर से दंगों की आग में धकेलने का आरोप लगाया है।
मोहम्मद मुस्तफा का एक वीडियो शेयर करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने सिलसिलेवार कई ट्वीट करके कांग्रेस और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर निशाना साधते हुए कई आरोप भी लगाए हैं।
मोहम्मद मुस्तफा के वीडियो को शेयर करते हुए शेखावत ने ट्वीट कर कहा , ये जनाब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू जी के सलाहकार, पंजाब के पूर्व डीजीपी और पंजाब सरकार की मंत्री श्रीमती रजिया सुल्ताना के पति मोहम्मद मुस्तफा हैं। वोट नहीं, कौम के लिए लड़ने की बात कहते हुए हिंदुओं को चैलेंज करते हैं।
उन्होंने सिद्धू के पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से गले मिलने का जिक्र करते हुए अपने अगले ट्वीट में कहा, घर में घुसकर मारने की बात कहते हैं।
सभा न होने देने की धमकी देते हैं। कांग्रेस ने पंजाब में हिंदुओं के खिलाफ कैसा वातावरण बना रखा है, इस वीडियो से स्पष्ट हो जाता है।
अब सभी को समझ आ जाएगा कि क्यों सिद्धू साहब पाकिस्तान जाकर इमरान खान से गले मिलते हैं।
पंजाब चुनाव को लेकर भाजपा के विजन के बारे में बताते हुए शेखावत ने कहा, यही वो नफरत है, जिसे खत्म करने के लिए भाजपा पंजाब के चुनावी रण में सबको साथ लेकर चलने की अवधारणा रखते हुए उतरी है।
पंजाबियत को सुरक्षित रखना है तो कांग्रेस की छत्रछाया में पनप रहे मोहम्मद मुस्तफा जैसे लोगों को मुख्यधारा से बाहर करना होगा।
चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग करते हुए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा , ये लोग देश के अंदर ही धार्मिक लड़ाई लड़ना चाहते हैं।
हिंदुओं को निशाना बनाना चाहते हैं। भारत की अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। चुनाव आयोग को भी इस वीडियो पर संज्ञान लेना चाहिए।
भाषा को आपत्तिजनक बताने के साथ-साथ कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए पंजाब चुनाव प्रभारी शेखावत ने कहा, भाषा तो आपत्तिजनक है ही, कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं हो रहा।
यह सभा कोविड के संक्रमण के साथ साथ साम्प्रदायिक असामंजस्य को भी आमंत्रण दे रही थी।
पंजाब में विधानसभा की सभी 117 सीटों पर 20 फरवरी को चुनाव होना है और उससे पहले सामने आए इस वीडियो ने कांग्रेस के खिलाफ भाजपा को एक बड़ा चुनावी मुद्दा थमा दिया है।