नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन को स्थगित हुए महीने भर से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन किसानों की सरकार से मांग अभी भी जारी है।
ऐसी में हरियाणा के व्यक्ति ने अपनी शादी के कार्ड पर एमएसपी कानून की गारंटी की मांग की है।
हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी प्रदीप कालीरामणा की 9 फरवरी को शादी है। उन्होंने 1500 शादी के कार्ड भी छपवाए हैं और इन्ही कार्ड पर उन्होंने लिखवाया है कि, जंग अभी जारी है, एमएसपी की बारी है। इसके अलावा कार्ड पर ट्रैक्टर और नो फार्मर्स, नो फूड का चिन्ह भी बनवाया है।
प्रदीप कालीरामणा ने आईएएनएस को बताया कि, मैं अपनी शादी के कार्ड के माध्यम से एक संदेश देना चाहता हूं कि किसान आंदोलन की जीत अभी पूरी तरह से नहीं हुई है।
किसानों की जीत तभी मानी जाएगी जब सरकार किसानों को एमएसपी कानून की गारंटी पर लिखित में दे देगी। बिना एमएसपी कानून के किसानों के पास कुछ नहीं है, किसानों की शहादत और उनका बलिदान भी तभी पूरा होगा।
उन्होंने बताया कि, किसान आंदोलन के दौरान वह दिल्ली की सीमाओं पर आते रहे और किसानों को अपना समर्थन भी दिया था। इसलिए मैंने 1500 शादी के कार्ड छपवाए हैं जिसपर यह लिखा हुआ है।
दरअसल कृषि कानून 5 जून, 2020 को केंद्र सरकार ने तीन कृषि विधेयकों को संसद के पटल पर रखा और 20 सितंबर को लोकसभा के बाद इसे राज्यसभा में पारित किया गया था।
वहीं कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुआ यह आंदोलन 13 महीने तक दिल्ली की सीमाओं पर चला, आखिर में सरकार ने कृषि कानून वापस ले लिया था, इसके बाद किसानों की अन्य मांगों पर किसानों और सरकार के साथ समझौता भी हुआ।