नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को ऊर्जा बचत पर जोर देते हुए देश भर के मेयरों को नगर पालिका और महानगर पालिका में एलईडी बल्ब के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि सभी मेयरों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके शहर की हर गली में हर बल्ब, एलईडी हो। इससे नगर पालिका, महानगर पालिका के बिजली का बिल काफी कम हो जाएगा और रोशनी भी अच्छी मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने काशी में हो रहे अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मेयरों को इस बात पर जोर देना चाहिए कि उनके शहर के हर घर में भी एलईडी बल्ब उपलब्ध हो, इससे मध्यम वर्ग के घरों में बिजली का बिल कम होगा।
उन्होंने देश भर से आए मेयरों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने शहर में हर वर्ष 7 दिन के लिए नदी उत्सव मनाना चाहिए। उसमें पूरे शहर को जोड़ना चाहिए।
इस उत्सव में नदी की सफाई, उसकी विशेषता पर फोकस होना चाहिए। उन्होंने काशी का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के गंगा घाट पर दुनियाभर के पर्यटक आते हैं।
काशी की अर्थव्यवस्था को चलाने में माता गंगा का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने शहरों की नदी के प्रति एक संवेदनशील अप्रोच अपनानी होगी।
पिछले 7 वर्षों में काशी ने विकास के नए मापदंड स्थापित किए। 7 वर्ष पहले जो लोग काशी आए वो आज काशी को नहीं पहचानते क्योंकि 2014 के पहले काशी में बिना किसी प्लान के केवल व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए जो विकास होते थे वो यहां के जनजीवन की व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर देते थे।
मोदी ने कहा कि हाल में जब वे काशी में थे तो उन्होंने कहा था कि काशी का विकास पूरे देश के लिए विकास का एक रोडमैप बन सकता है।
हमारे देश में ज़्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए है। आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।