नई दिल्ली: शाहदरा जिले के सीमापुरी इलाके में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
मृतकों में एक महिला व उसके चार मासूम बच्चे शामिल हैं। मृतकों की पहचान राधा (32), कोमल (11), नितिन (8), रोशिनी (6) और आरव (4) के रूप में हुई है।
शाहदरा जिले के पुलिस उपायुक्त आर. साथियासुंदरम के अनुसार दोपहर 1.30 बजे उन्हें पुराने सीमापुरी इलाके के एक घर की पांचवीं मंजिल में चार से पांच लोगों के अचेत अवस्था में मिलने की सूचना मिली थी।
मौके पर पहुंचने पर पुलिस को महिला और उसके तीन बच्चे मृत अवस्था में मिले।
बाद में जांच करने पर पुलिस को पता चला कि हाल ही में मोहित कालरा अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ इस माकन में रहने आए थे।
आज सुबह मोहित उठा तो उसने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को मृत पाया। वह चौथे बच्चे आरव को लेकर अस्पताल गया जहां उसे भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को कमरे में जली हुई एक अंगीठी मिली है, इसके अलावा वहां हवा आने-जाने का कोई रास्ता भी नहीं था।
पुलिस ने आशंका जताई है कि शायद अंगीठी के धुंए में दम घुटने से राधा व उसके बच्चों की मौत हुई।
दूसरी ओर राधा के परिजनों ने उसके पति पर ही सभी की हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मोहित रात को वहां था तो वह कैसे बच गया।
क्राइम टीम के अलावा एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाएं हैं। रात के खाने के सैंपल भी लिये गए हैं। सीमापुरी थाना पुलिस मोहित से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक आगरा के एतमादपुर का रहने वाला मोहित कालिया (35) परिवार के साथ सोमवार को ही जे-57, पुरानी सीमापुरी स्थित चौथी मंजिल के मकान में किराए पर रहने के लिए आया था।
परिवार में पत्नी राधा के अलावा दो बेटियां राधा, रोशिनी व दो बेटे नितिन व आरव थे। मोहित आनंद विहार इलाके में किसी प्राइवेट ट्रांसपोर्टर की बस में हेल्पर का काम करता था।
पहले वह सीमापुरी के दूसरे मकान में रहता था। सोमवार को ही उसने शालीमार गार्डन, यूपी निवासी अमरपाल सिंह (60) के पांचवीं मंजिल स्थित कमरे को किराए पर लिया था।
रात को पूरा परिवार ठीक-ठाक कमरे में सोया था। इस बीच सुबह करीब 11.00 बजे अमरपाल मोहित से कुछ कागजात व मकान का एडवांस किराया लेने पहुंचे थे।
लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला।
अमरपाल वापस लौट गए। इसके कुछ ही देर बाद पड़ोसियों ने देखा कि मोहित अपने छोटे बच्चे को लेकर भागा जा रहा था।
पूछने पर बताया कि वह आंख नहीं खोल रहा। पड़ोसी उसके कमरे पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। राधा और उसके बच्चे कमरे में अचेत अवस्था में पड़े थे।
दोपहर करीब 1.30 बजे मामले की सूचना सीमापुरी थाना पुलिस को दी गई। खबर मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वहां पहुंच गए।
कमरे में राधा, कोमल, नितिन और रोशिनी के शव बरामद हुए। बाद में हेडगेवार अस्पताल से आरव की मौत की सूचना भी पुलिस को मिल गई।
एक टीम वहां भेजकर आरव के शव को कब्जे में लिया गया। मोहित को भी थाने लाया गया। जांच के दौरान पुलिस को मोहित के कमरे में जमीन पर बिस्तर बिछे मिले हैं, वहीं पास में एक अंगीठी भी जली हुई मिली हैं।
कमरे में धुंए की गंध भी मौजूद थी। ऐसा लग रहा था कि सभी की मौत धुंए में दम घुटने के कारण हुई।
वहीं राधा के भाई विष्णु ने आरोप लगाया कि उसके जीजा मोहित ने पूरे परिवार की हत्या की है। बच्चों के मुंह से झाग निकल रहे थे।
पांच-छह साल से पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। मोहित छोटी-छोटी बातों पर नशे में राधा को पीटता था। विष्णु का आरोप है कि यदि रात को वह अपने कमरे में मौजूद था तो वह कैसे बच गया।
उसने ही परिवार की हत्या की साजिश रची है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सभी की मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।