नई दिल्ली: पाकिस्तान में सिंध के नौकोट में दो युवतियों का अपहरण कर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। यही नहीं, आरोपियों ने महिलाओं की सड़क पर परेड (जुलूस) भी कराई।
समा टीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों के एक समूह ने राजपूत और टांगरी जनजाति के दो सदस्यों के बीच स्वतंत्र विवाह के बाद दो महिलाओं पर अपमान का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया।
कांस्टेबल गुलजार टांगरी सहित कम से कम 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य संदिग्ध अली नवाज टांगरी अभी भी फरार है।
परिवार के मुताबिक, राजपूत जनजाति का एक शख्स उनकी 18 साल की बेटी को 2 फरवरी को शादी करने के लिए कराची ले गया था।
पुलिस ने कहा है कि अपहरण की सूचना नहीं दी गई थी और दोनों समूह अपने दम पर मामले को सुलझा रहे थे।
6 फरवरी को, टंगरी समूह ने परिवार पर हमला किया और उनके घर में घुसकर हवाई फायरिंग शुरू कर दी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवार के मुताबिक, दर्जनों हथियारबंद लोगों ने परिवार को पीटा और 18 साल की बहू और 14 साल की बेटी का अपहरण कर लिया।
18 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस पर इस मामले में शामिल होने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने कहा, अली नवाज टंगरी हमें उस घर में ले गया, जहां एक पुलिस कांस्टेबल गुलजार टंगरी मौजूद था और फिर दोनों लोग हमें बन्नी ले गए।
उन्होंने कहा, हमारे साथ मारपीट की गई, सड़कों पर परेड कराई गई और पूरी रात सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
7 फरवरी को, पीड़ित परिवार ने नौकोट जादो रोड पर धरना दिया और पुलिस तथा स्थानीय प्रशासन से उन्हें न्याय देने की मांग की।
18 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस के दावे का खंडन किया और कहा है कि कांस्टेबल गुलजार ने अपनी संलिप्तता का उल्लेख नहीं करने के लिए उन्हें रिश्वत दी थी।