नई दिल्ली: गुजरात पुलिस के एटीएस दस्ते ने किशन भरवाद हत्या मामले में दिल्ली से एक मौलाना कमर गनी इस्लामी को गिरफ्तार किया है।
किशन की हत्या मोटरसाइकिल पर आए दो युवकों ने धांधुका शहर में गोली मार कर कर दी थी। यह मामला सोशल मीडिया पर मुस्लिमों के खिलाफ एक वीडियो को अपलोड करने से जुड़ा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मौलाना को राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तारी करने के बाद स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया।
गनी को गुजरात की संबंधित अदालत में भी पेश किया जाएगा। एटीएस पूछताछ के लिए उसकी दस दिन की रिमांड मांग सकती है।
किशन की हत्या 25 जनवरी को हुई थी और इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि किशन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया जिसके बाद वह चरमपंथियों के निशाने पर आ गया था।
यह भी आरोप है कि कमर गनी ने किशन के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया जिसके बाद मुख्य आरोपी शब्बीर ने अपने सहयोगी की मदद से किशन की गोली मारकर हत्या कर दी।
गुजरात एटीएस ने दावा किया है कि गनी तहरीक-ए-फरोग से जुड़ा है। किशन ने सोशल मीडिया फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें उन्होंने मुसलमानों के बारे में बात की थी जिसके बाद वह चरमपंथियों के राडार पर आ गए थे।
गनी द्वारा उकसाए जाने के बाद शब्बीर और उसके दोस्त ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पूछताछ में दोनों ने गुजरात पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात कमर गनी से मुंबई में हुई थी और बैठक के दौरान गनी ने उनसे कहा कि जो कोई भी इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ बोलता है उसे खत्म कर देना चाहिए। इसके बाद उन्होंने किशन को मारने की साजिश रची।
गुजरात सरकार ने 29 जनवरी को एटीएस को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था और मात्र 24 घंटे की अवधि में एटीएस ने कमर गनी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।