नयी दिल्ली : भारत में सरकारी नौकरी का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोलता है। सरकारी नौकरी में मिलनेवाले फायदे युवाओं को अपनी तरफ खींचते हैं।
सरकारी टीचर की नौकरी भी इसी में शामिल है। महिलाओं के लिए तो टीचिंग का क्षेत्र कई मायनों में काफी बढ़िया माना जाता है।
लेकिन, इन दिनों टीचर बनना बहुत आसान नहीं रह गया है। इसके लिए डिग्री और ट्रेनिंग हासिल करनी होती है। आइये जानते हैं सरकारी टीचर बनने से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में।
प्राइमरी टीचर बनने के लिए यह है जरूरी
दरअसल, सरकारी टीचर को तीन श्रेणियों में बांटा गया है- प्राइमरी टीचर (PRT), ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT)।
प्राइमरी टीचर बनने के बाद प्राइमरी स्कूल के स्टूडेंट्स, यानी क्लास 1 से 5वीं तक के स्टूडेंट्स को पढ़ा सकते हैं।
प्राइमरी स्कूल टीचर बनने के लिए 12वीं में 50 पर्सेंट मार्क्स के साथ पास होना जरूरी है। इसके बाद ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करनी होगी या आपके पास नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स की डिग्री होनी चाहिए।
बच्चों को समझना जरूरी
अगर आपने नर्सरी ट्रेनिंग कोर्स पूरा किया हो, तो आप छोटे बच्चों को पढ़ा सकते हैं।
प्री प्राइमरी टीचर के लिए कोर्स/डिग्री के साथ ही बच्चों से प्यार करना, उन्हें अच्छी तरह से पढ़ाना/समझाना और उनकी बातों को समझना आना जरूरी है।
सरकार अच्छी तरह से कैंडिडेट्स की जांच करती है, इन चीजों पर परखती है और उसके बाद ही चयन करती है।
अगर आपमें हुनर है और आप बच्चों के साथ कंफर्टेबल भी हैं, तो आपको प्राइमरी टीचर की नौकरी से जुड़ी ये बातें भी जरूर पता होनी चाहिए-
योग्यता- 12वीं और BTC या NTT या B.L.Ed
पढ़ाने का स्तर- क्लास 1 से 5वीं तक
सर्टिफिकेट- CTET या राज्य TET
सैलरी स्ट्रक्चर (Primary Teacher Salary)- पे बैंड- 9300-34800 रुपये
ग्रेड पे- 4200 रुपये