नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने पूरे राजधानी को 20 जनवरी से 15 फरवरी तक एंटी ड्रोन क्षेत्र घोषित किया है। यहां अब ड्रोन, पैरा ग्लाइडर, यूएवी, छोटा माइक्रो एयरक्राफ्ट, एयर बैलून उड़ाने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी।
राजपथ पर 300 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। खुफिया एजेंसियों ने गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया है।
इस संबंध में दिल्ली पुलिस से नौ पन्नों में जानकारी साझा की गई है। कहा गया है कि पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे परखालिस्तान लिबरेशन फोर्स समेत कई संगठन भारत में कई बड़े नेताओं पर हमले की साजिश रच रहे हैं।
इसलिए प्रधानमंत्री सहित तमाम बड़े नेताओं और गणतंत्र दिवस में शामिल होने वाले अतिथियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
इंटेलिजेंस ब्यूरो ने फरवरी 2021 को मिले इनपुट
इंटेलिजेंस ब्यूरो ने फरवरी 2021 को मिले इनपुट के आधार पर कहा है कि खालिस्तानी एक्टिविस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक और उनके दौरे को निशाना बना सकते हैं। इसलिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करें।
ये मिलकर बड़े नेताओं, वीवीआईपी को निशाना बना सकते हैं
आईबी ने मार्च 2021 को मिले इनपुट को आधार बनाते हुए कहा है कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स ने बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए सीमापार सक्रिय आतंकी संगठनों के साथ नया गठजोड़ बनाया है और ये सबकुछ आईएसआई ने ही कराया है।
ये मिलकर बड़े नेताओं, वीवीआईपी को निशाना बना सकते हैं। इस गठजोड़ में लश्कर, जैश, हरकत उल मुजाहिदीन, हिजबुल मुजाहिदीन के अलावा पाकिस्तान व अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन शामिल हैं।
पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी ग्रुप अपने सदस्यों को सक्रिय कर चुका है, ताकि पंजाब और दिल्ली के अहम ठिकानों व प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा सके।
पाबंदियों के साथ परेड
गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में भी आतंकी हमले की आशंका जताई गई है।
इसे और कोविड को देखते हुए समारोह में 5-8 हजार दर्शकों को ही अनुमति देने का फैसला लिया गया है। दिल्ली पुलिस के जवानों की छुट्टियां फिलहाल रद्द कर दी गई हैं।
सुरक्षा कड़ी की गई
दिल्ली पुलिस ने संसद भवन और लाल किले के पास अभी से सुरक्षा कड़ी कर दी है।
राजपथ से लेकर पूरे परेड मार्ग पर निगरानी रखने के लिए इमारतों पर शार्पशूटर-स्नाइपर तैनात किए गए हैं।
अकेले नई दिल्ली जिले में अर्द्धसैन्य बल की 50 कंपनियों के साथ करीब 6000 सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।