नई दिल्ली: एमजी मोटर इंडिया ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका जैसे बाजारों में संभावनाएं तलाशने के साथ राइट हैंड ड्राइविंग (ड्राइवर की सीट दाईं ओर होना) वाले वैश्विक बाजार में निर्यात की योजना बना रही है।
इसके अलावा कंपनी का इरादा भारत से वाहनों का निर्यात बढ़ाने का भी है। एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव छाबा ने कहा, हालांकि वर्तमान में चिप की कमी है।
हमें खुद को लंबी अवधि के लिए तैयार करने की जरूरत है। हम अपने आधार का विस्तार करना चाहते हैं और भारत को पड़ोसी बाजारों के लिए निर्यात केंद्र बनाना चाहते हैं।
कंपनी ने पहले ही नेपाल के साथ शुरुआत कर दी है और वहां एमजी हेक्टर की पहली खेप भेजी है। छाबा ने कहा कि यह अभी हेक्टर एसयूवी के साथ जारी रहेगा और अगले साल मध्यम आकार की एसयूवी एमजी एस्टर और जेडएस ईवी का भी निर्यात किया जाएगा।
छाबा ने कहा कि नेपाल पहला देश है, लेकिन हम इस क्षेत्र के अन्य बाजारों जैसे श्रीलंका, बांग्लादेश और भूटान में भी संभावनाएं तलाश रहे हैं। इसके अलावा हमें ब्रिटेन से भी पूछताछ मिली है।
ब्रिटेन में ड्राइवर की सीट दाईं ओर होती है। हम ब्रिटेन में भी एमजी हेक्टर के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक और राइट हैंड ड्राइविंग बाजार दक्षिण अफ्रीका में एमजी मोटर का परिचालन शुरू होना है। कोविड-19 की वजह से इसमें देरी हुई है।
इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि एक बार दक्षिण अफ्रीका में एमजी का परिचालन शुरू होने के बाद यह भी हमारे लिए संभावना वाला बाजार होगा।