New Delhi News: PM मोदी ने मंगलवार को देश के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर चर्चा हुई। इस हमले में 26 लोग, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, मारे गए थे।
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख, और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान शामिल थे।
करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदमों पर जोर दिया गया।
PM मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा, “आतंकवाद पर करारा प्रहार करना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। मुझे सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।”
उन्होंने सेना को कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य, और समय तय करने की पूरी छूट दी। मोदी ने स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों और उनके आकाओं को “धरती के आखिरी कोने तक खोजकर सबसे सख्त सजा दी जाएगी।”
उनका इशारा पाकिस्तान की ओर था, जिसका भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने का लंबा इतिहास रहा है।
पाकिस्तान पर निशाना
कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की 23 अप्रैल 2025 को हुई बैठक में खुलासा हुआ कि पहलगाम हमले के तार सीमा पार (पाकिस्तान) से जुड़े हैं।
CCS ने इस हमले को जम्मू-कश्मीर में हाल के सफल विधानसभा चुनावों और आर्थिक प्रगति को अस्थिर करने की साजिश करार दिया।