नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने सिख फॉर जस्टिस(एसएफजे) के कार्यकर्ता और अन्य खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ शुक्रवार को नया केस दर्ज किया है।
एनआईए ने शुक्रवार को बताया कि लुधियाना अदालत परिसर में हुए विस्फोट की जांच इस समय पंजाब पुलिस कर रही है और एनआईए ने खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है।
एनआईए अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया हमने मुल्तानी और अन्य खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है और हमने लुधियाना बम विस्फोट मामले को अभी तक अपने हाथों में नहीं लिया है। यह केस प्राप्त जानकारी के आधार पर दर्ज किया गया है।
एक सूत्र ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एनआईए अधिकारियों की विशिष्ट टीम बनाई गई है और यह टीम जनवरी के पहले हफ्ते में जर्मनी का दौरा कर आवश्यक जानकारी जुटाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर जर्मनी के बर्लिन में पुलिस ने जसविंदर सिंह मुल्तानी को गिरफ्तार किया था।
एनआईए अधिकारी ने बताया हमें इस बात की जानकारी मिली है कि मुल्तानी पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को बढ़ा रहा है और वह इसके लिए लोगों की भर्ती भी कर रहा है।
देश में दंगे जैसी स्थितियां पैदा करने के लिए आईएसआई उसे धनराशि प्रदान कर रही है। इस जानकारी के बाद हमने और सबूत जुटाए और एक मामला दर्ज किया।
उन्होंने बताया कि यह मामला अवैध गतिविधियां निरोधक कानून (यूएपीए)और भारतीय दंड़ संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया है।
लुधियाना अदालत परिसर विस्फोट में जांच के दौरान जसंविदर सिंह मुल्तानी का नाम सामने आया था जिसमें पंजाब पुलिस का एक बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह मारा गया था और छह अन्य लोग घायल हुए थे। यह भी पता चला है कि गगनदीप सिंह एक अन्य व्यक्ति के जरिए मुल्तानी के संपर्क में था।
एनआईए ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने लुधियाना बम विस्फोट मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया है लेकिन मुल्तानी और अन्य खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।