नई दिल्ली: विभिन्न देशों में कोरोना के न्यू वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों भारत की भी चिंता बढ़ा दी है। भारत सरकार ने देशभर में कड़े प्रतिबंध लगाने का मन बना लिया है।
इसको लेकर देश के सभी राज्यों को पत्र भी लिखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कड़े कदम उठाने के निर्देश भी दे दिए हैं।
मालूम हो कि भारत में ओमिक्राॅन वैरिएंट के 200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ये सभी मामले देश के 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से सामने आए हैं।
क्या है राज्यों को लिखे पत्र में
विभिन्न राज्यों को लिखे पत्र में केंद्रीय हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने स्पष्ट कहा है कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में कम से कम 3 गुना ज्यादा संक्रामक है।
इसलिए, स्थानीय और जिला स्तर के अलावा और भी अधिक दूरदर्शिता, डेटा विश्लेषण, गतिशील निर्णय लेने और सख्त और त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जरूरत है।
उन्होंने पत्र में कहा कि डेल्टा अभी भी देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद है। उन्होंने राज्यों से ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रतिबंध और निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है।
जिला स्तर पर लगाएं प्रतिबंध
केंद्रीय स्वस्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखे पत्र में कहा है कि स्थानीय और जिला स्तर पर अधिक दूरदर्शिता, डेटा विश्लेषण, तेजी से निर्णय लेने और सख्त और त्वरित नियंत्रण कार्रवाई की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि जहां पिछले एक सप्ताह में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत या उससे अधिक है और ऑक्सीजन समर्थित या आईसीयू बेड पर 40 प्रतिशत तक या उससे अधिक भरे हुए हैं, वहां जिला स्तर पर रोकथाम के उपाय और प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए।
टेस्टिंग व निगरानी का आग्रह
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से कंटेनमेंट, टेस्टिंग और निगरानी, क्लीनिकल मैनेजमेंट, टीकाकरण और कोविड प्रोटोकॉल को लेकर भी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा टीके कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन संस्करण पर काम नहीं करते हैं।