नई दिल्ली: देश में कोरोना के सभी संस्करण में संक्रामक ओमिक्रोन का सब-वेरिएंट बीए2 की मौजूदगी ज्यादा देखी जा रही है।
यानी इसने डेल्टा वेरिएंट की जगह ले ली है। हालांकि कुछ राज्यों में अभी भी डेल्टा वेरिएंट के मामले ज्यादा मिल रहे हैं, जिनमें ओडिशा, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र है।
यह जानकारी राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र(एनसीडीसी) के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि पिछले दो महीनों के सैंपल के अध्ययन से पता चला है कि ओमिक्रॉन का संक्रामक सब-वेरिएंट बीए2 भी देश के कई हिस्सों में मिला है।
हालांकि, ओमिक्रोन से संक्रमित मरीज में हल्के लक्षण ही देखने को मिले हैं।
उन्होंने बताया कि दिसंबर में लिये गए सैंपल में 1292 सैंपल में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी जबकि 17000 मामले डेल्टा वेरिएंट के थे।
जनवरी में लिये गए सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, जिनके 9272 सैंपल में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई और डेल्टा वेरिएंट के मामले 4 हजार के आसपास हैं।
साफ है देश में अब ओमिक्रोन ने डेल्टा की जगह ले ली है। उन्होंने बताया कि पहले ओमिक्रोन के बीए1 वेरिएंट के मामले ज्यादा थे लेकिन धीरे धीरे बीए2 के मामले तेजी से बढ़े हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट भी खत्म नहीं हुआ है। कई जगह पर ओमिक्रोन के साथ डेल्टा का भी प्रकोप मिल सकता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 64 फीसदी लोगों ने वैक्सीन नहीं ली थी। इसके साथ जिन लोगों को अन्य गंभीर बीमारी है, वे लोग अधिक खतरे में हैं।