नई दिल्ली: भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित नए मरीजों में महाराष्ट्र की एक साढ़े तीन साल की बच्ची भी है।
महाराष्ट्र में सात और गुजरात में दो नए मामले आने के बाद यह संख्या सामने आई है। अधिकारियों के मुताबिक पिछले तीन दिन में देश में ओमीक्रॉन वैरिएंट के एक भी मामले सामने नहीं आए थे।
देश में अभी तक चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में इस नए वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 17, राजस्थान में नौ, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो और दिल्ली में एक हैं।
संक्रमण को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में बड़ी सभाओं पर दो दिन का प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में अगले दो दिनों में लोगों और वाहनों की रैलियों और विरोध मार्चों पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि पुलिस उपायुक्त (संचालन) द्वारा जारी आदेश शनिवार और रविवार को 48 घंटे तक प्रभावी रहेगा। उन्होंने कहा, “यह कोविड-19 के नए ओमिक्रॉन संस्करण से मानव जीवन के लिए खतरे को रोकने के लिए जारी किया गया है।
साथ ही अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ में हुई हिंसा को देखते हुए कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का भी खतरा है। महाराष्ट्र में शुक्रवार को ओमिक्रॉन के 7 नए मामले सामने आए।
इसके साथ ही इस राज्य में इस वैरिएंट से संक्रमित होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 17 पर पहुंच गई। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की ताजा रिपोर्ट में इन मामलों की पुष्टि हुई है।
इनमें से तीन मुंबई और चार पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन से हैं। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक इन सात नए संक्रमितों में से चार पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं।
वहीं एक मरीज को सिंगल डोज लगी है, एक अन्य को वैक्सीन नहीं लगी है, जबकि साढ़े तीन साल की बच्ची वैक्सीनेशन के लिए एलीजिबल नहीं थी।
महाराष्ट्र में मिले संक्रमितों में मुंबई के सभी मरीज पुरुष हैं और इनकी आयु क्रमश: 48, 37 और 25 साल है। इनकी ट्रैवेल हिस्ट्री की बात करें तो यह हाल ही में तंजानिया, ब्रिटेन और अफ्रीका के नैरोबी से आए हैं।
बीएमसी के मुताबिक इनमें तंजानिया से लौटा शख्स घनी आबादी वाले धारावी का रहने वाला है। वह एसिप्टोमैटिक था और उसे लोगों से घुलने-मिलने से पहले ही आइसोलेट कर दिया गया था।
वहीं उसके दो क्लोज कांटैक्ट्स का कोविड टेस्ट निगटिव आया है। 37 वर्षीय शख्स गुजरात का रहने वाला है। चार दिन दिसंबर को मुंबई आने पर उसका कोरोना टेस्ट हुआ था।
बीएमसी के मुताबिक वह पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है और माइल्ड सिंपटम्स हैं। उसे एयरपोर्ट से सीधे अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया था। वहीं 25 वर्षीय युवक लंदन से लौटा है।
वह 1 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसके अंदर कोई सिंपटम नहीं मिला है और उसने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली है। वहीं पुणे में संक्रमित पाए गए सभी चारों व्यक्ति नाइजीरिया से आई तीन महिलाओं के क्लोज कांटैक्ट्स हैं।
यह सभी हाल ही में लौटी थीं और ओमिक्रॉन से संक्रमित पाई गई थीं। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक चार नए मरीज एसिप्टोमैटिक थे, वहीं तीन अन्य में माइल्ड सिंपटम्स पाए गए थे।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहाकि पुणे में मिले ओमिक्रॉन के सात मरीजों में पांच कोरोना निगेटिव हो गए हैं। गुजरात के जामनगर में ओमिक्रॉन संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं।
यह दोनों उस एनआरआई व्यक्ति के क्लोज कांटैक्ट्स हैं, जो इस राज्य का पहला ओमिक्रॉन केस था। जामनगर म्यूनिसिपल कमिश्नर विजयकुमार खराड़ी ने बताया कि राज्य में मिले तीनों ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की हालत स्थिर है।
यह सभी एसिप्टोमैटिक हैं और अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते जिम्बॉवे से लौटा 72 वर्षीय एनआरआई ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था।
उसकी पत्नी और साले भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। बाद में उनका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। हालांकि परिवार के अन्य सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है।