नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच 21वीं शिखर वार्ता नई दिल्ली में 6 दिसंबर को आयोजित होगी। वार्ता के बाद दोनों देशों की ओर से संयुक्त वक्तव्य भी जारी किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को शिखरवार्ता के संबंध में मीडिया को बताया कि 6 दिसंबर को भारत और रूस के बीच राजनयिक विचार-विमर्श होगा।
शिखरवार्ता से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर रूप के विदेश मंत्री लावरोव के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
दोनों देशों के रक्षामंत्री रक्षा सहयोग संबंधी अंतर सरकारी आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
द्विपक्षीय वार्ताओं के बाद टू प्लस टू वार्ता प्रक्रिया के तहत दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की बैठक होगी। टू प्लस टू वार्ता प्रक्रिया पहली बार भारत और रूस के बीच हो रही है।
प्रवक्ता ने रूस से मिसाइल प्रतिरोधी वायु रक्षा प्रणाली एस400 और अमेरिका के संभावित प्रतिबंधों के बारे में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र विदेश नीति पर चलता है।
अमेरिका और रूस के साथ भारत के मजबूत रणनीतिक साझेदारी संबंध हैं।