हजारीबाग: जिले में नई उत्पाद नीति के अनुसार एक ही एजेंसी के द्वारा संचालित शराब की 79 दुकानों में 59 दुकानों का आवंटन हो चुका है। शेष 20 दुकानें जल्द ही आवंटित कर दी जाएगी। यह जानकारी उत्पाद विभाग के प्रभारी आयुक्त संजय कुमार मेहता ने बुधवार को दी।
उन्होंने बताया कि सरकार के नए नियम व शर्तों के साथ शराब की दुकानें खोली गई है, जिसमें जेएसबीसीएल एजेंसी के द्वारा ही निर्गत कर्मी कार्य कर रहे हैं। उत्पाद आयुक्त ने बताया कि सरकारी दुकानों में शराब की बिक्री शुरू कर दी गई है]
ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक रशीद दी जाएगी
ग्राहकों को सही कीमत पर ही शराब दिए जा रहे हैं। साथ ही बताया कि ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक रशीद दी जाएगी। सरकार बेची गई शराब का वेरीफिकेशन ऑनलाइन कर सकेगी। ऐसा करने से किसी भी प्रकार के अवैध शराब की बिक्री को बढ़ावा नहीं मिलेगा।
मेहता ने बताया कि नई उत्पाद नीति में नित बिक्री होने वाले शराब के मूल्यों में न के बराबर बढ़ोत्तरी की गई है। सिर्फ नामी ब्रांडेड शराब ही महंगी हो सकती है। नई उत्पाद नीति से एक ओर जहां सरकार को राजस्व की बढ़ोत्तरी होगी, वहीं दूसरी ओर अवैध शराब बनाने व बिक्री करने वालों पर भी अंकुश लगेगा।
सभी दुकानों में क्यूआर कोड़ के माध्यम से शराब की बिक्री की जाएगी, जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है। जल्द ही सभी दुकानों तक स्कैनर मशीन भी उपलब्ध करवा दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की बात करें तो एजेंसी के द्वारा सभी आवंटित दुकानों में सिक्योरिटी गार्ड की भी प्रतिनियुक्ति की गई है और सीसीटीवी लगाए गए हैं। इतना ही नहीं 21 साल के अंदर के युवाओं को दुकान में शराब नहीं दी जाएगी।
दुकान की बात की जाए तो जिन दुकानों में पहले शराब मिल रही थी उन्ही दुकानों में शराब बेची जा रही है। अब तो शराब की दुकान सरकार के हाथ में चला गया है। सरकार के दिशा निर्देश पर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।