रांची: झारखंड कांग्रेस ने कहा है कि पांच वर्षों के अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में रघुवर दास ने राज्य की इतनी दुदर्शा कर छोड़ी की हर क्षेत्र में उत्पन्न संकट से उबरने में वक्त लग रहा है।
उनके पांच वर्षों के कार्यकाल में हर स्तर पर भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया कि विभिन्न विभागों में हो रही निरंतर जांच में एक के बाद एक दिन प्रतिदिन उनके कारनामों के नये-नये खुलासे हो रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की शैक्षणिक और शारीरिक योग्यता की जगह बौद्धिक अक्षमता पर सवाल उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास सही कह रहे हैं कि उनकी तरह से तिकड़म कर अपने पूंजीपति मित्रों को किसी तरह का सहयोग उपलब्ध कराने का प्रयास नहीं किया।
उन्होंने कहा कि रघुवर दास ने अपने पांच वर्षों के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और अंतर्विरोधों तथा अभिमान में इस तरह से डूबे रहे कि अपनी जमीन की रक्षा करने वाले ग्रामीणों-किसानों पर गोलियां चलवायी।
हजारों आदिवासियों पर देशद्रोह का मुकदमा किया गया।
उन्होंने अपने कार्यकाल में सिर्फ अडाणी और अम्बानी को उपकृत करने का काम किया और आज भी किसानों को देशद्रोह का सर्टिफिकेट बांटा जा रहा है।
रघुवर दास कानून व्यवस्था की बात कर रहे है और यह पुलिसिया राज की बात कह रहे है।
उन्हें बताना चाहिए कि क्या विधि व्यवस्था दुरूस्त रहना ठीक बात नहीं है।
उनके कार्यकाल में कई ऐसे मामले आये, जिन्हें छिपाने की कोशिश की गयी और जांच भी प्रभावित करने की कोशिश की गयी।
रघुवर दास के शासनकाल में मोमेंटम झारखंड के नाम झारखंड ही नहीं, पूरे देश के लोगों को ठगा, हाथी को उड़ाने की कोशिश की गयी।
युवाओं को रोजगार देने के नाम छला गया। गठबंधन सरकार को कमजोर बताने वाले रघुवर दास को यह समझना चाहिए कि उन्होंने जिस तरह से तानाशाह की तरह शासन किया, जिसमें उनके ही कैबिनेट के मंत्री लगातार सवाल उठाते रहे।
सत्तापक्ष के विधायकों को भी मुख्यमंत्री आवास के गेट से मुख्य द्वार से वापस लौटा दिया था।
हर काम में उनकी मनमानी चल रही थी, कम से कम अब ऐसी हालात नहीं है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।