New Year Celebration : New Year यानी नए साल में जश्न मनाने के लिए झारखंड की राजधानी रांची से तमाम लोग दूसरे राज्यों में भी जाते हैं। ऐसी जानकारी मिल रही है कि अभी लोगों को बाहर जाने के लिए ट्रेनों में कंफर्म टिकट (Trains Confirmed Tickets) नहीं मिल पा रहा है।
दूसरी ओर फ्लाइट का किराया (Flight Fare) दोगुना हो गया है। रांची रेल डिविजन से चलने वाली अधिकतर ट्रेनों में 28 से लेकर 31 दिसंबर तक वेटिंग टिकट मिल रहा है।
ट्रेनों में टिकट की स्थिति
ट्रेन संख्या 18451 हटिया-पुरी में 28 दिसंबर को स्लीपर में 104 व Third AC में 40 वेटिंग है। 29 दिसंबर को स्लीपर में 74 व Third AC में 32 वेटिंग है। 30 दिसंबर को स्लीपर में 127 व Bird AC में 48 वेटिंग है।
31 दिसंबर को स्लीपर में 74 व Third AC में 14 वेटिंग है, वहीं ट्रेन संख्या 12812 हटिया-एलटीटी एक्सप्रेस (Hatia-LTT Express) में 29 दिसंबर को रतीपर में 88 व Third AC में 32 वेटिंग है। 30 दिसंबर को स्लीपर में 76 व Third AC में 37 बेटिंग है। ट्रेन संख्या 12835 हटिया यशवंतपुर में 31 दिसंबर को स्लीपर में 108 व थर्ड एसी में 51 वेटिंग है।
इन ट्रेनों में भी इतनी सीटों की वेटिंग
ट्रेन संख्या 18637 हटिया-यशवंतपुर में 30 दिसंबर को स्लीपर में 119 व Third AC में 74 वेटिंग है, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में 28 को स्लीपर में 32 व Third AC में 27 वेटिंग, 29 दिसंबर को स्लीपर में 40 व Third AC में 28 वेटिंग है।
ट्रेन संख्या 18309 जम्मूतवी एक्सप्रेस (Jammu Tawi Express) में 30 दिसंबर को स्लीपर में 42 व Third AC में 30 वेटिंग है। रांची-नयी दिल्ली राजधानी में 28 से 31 दिसंबर तक वेटिंग चल रहा है।
फ्लाइट के टिकट का हाल देखिए
रांची से गोवा का टिकट आम दिनों में 8000 रुपये में मिलता था। अभी 12 से 17 हजार रुपये हो गया है। रांची से मुंबई का टिकट सात से आठ हजार रुपये में मिलता था। अभी 10 से 17 हजार रुपये में मिल रहा है।
रांची से बेंगलुरु का टिकट सात से आठ हजार में मिलता था। अभी 10 से 13 हजार रुपये हो गया है। रांची से दिल्ली का टिकट 4500 रुपये में मिलता था। अभी 9800 से 13000 रुपये हो चुका है।
मौसम में हो रहे परिवर्तन को देखते हुए बिरसा कृषि विवि के वैज्ञानिकों (Birsa Agricultural University Scientists) ने किसानों को सलाह दी है। कम तापमान और नमी से होनेवाले नुकसान को रोकने के लिए सुबह के समय खड़ी सब्जियों और फसलों में हल्की सिंचाई करें।
सब्जियों की नर्सरी के ऊपर पॉलिथीन कवर का उपयोग करें। शुष्क मौसम का पूर्वानुमान देखते हुए किसान हाल में बोयी गयी रबी फसलों और नयी पौध को नमी से बचाने के लिए सिंचाई करते रहें, जो किसान इस समय गेहू की खेती करना चाहते हैं, वे इसकी अनुशंसित किस्म (HI1583, DBW107, HD3138 etc.) का ही चयन करें। सरसों को कीड़ो से बचाव के लिए रोजर (Dimethoate 30 इसी का छिड़काव करें।