न्यूयॉर्क: एक ताजा अध्ययन में दावा किया गया है कि मादा डॉल्फिन सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए ही सेक्स नहीं करती बल्कि मस्ती के लिए भी सेक्स करती हैं।
अध्ययन में खुलासा हुआ है कि डॉल्फिन के प्राइवेट पार्ट में क्लिटरिस नाम का एक खास संवेदनशील हिस्सा होता है। जो सेक्स के दौरान उन्हें आनंद प्रदान करता है।
इस शोध को मैसाचुसेट्स में माउंट होलोके कॉलेज के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने किया है।
उन्होंने बताया कि बॉटलनोज डॉल्फिन के प्राइवेट पार्ट के शुरुआत में क्लिटरिस जैसी संरचना होती है। इसमें संवेदी तंत्रिकाएं और सीधा खड़ा होने लायक हिस्सा शामिल होता है।
अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 11 मादा डॉल्फिन के क्लिटरिस का विस्तृत विश्लेषण किया। इन सभी डॉल्फिन की मौत स्वाभाविक कारणों से हुई थी।
शोध के दौरान वैज्ञानिकों को इस अंग की कार्यक्षमता का पता चला।इस विश्लेषण के दौरान वैज्ञानिकों को डॉल्फिन और महिलाओं की क्लिटरिस के बीच कई समानताएं भी मिलीं।
विशेष रूप से डॉल्फिन के क्लिटरिस में सीधा होने वाला टिश्यू मानव जैसा दिखाई देता है। इसका अर्थ है कि यह आनंद प्रदान करने में एक भूमिका निभाता है।
डॉल्फिन के टिश्यू के भीतर रक्त के तेजी से बढ़ने के लिए जगह होती है, जिससे यह क्षेत्र फूल जाता है और क्लिटरिस जैसी संरचना कठोर हो जाती है।
इस रिसर्च की प्रमुख लेखक और माउंट होलोके कॉलेज की पशु जननांग विशेषज्ञ पेट्रीसिया ब्रेनन ने कहा कि हर बार जब हम किसी मादा डॉल्फिन के प्राइवेट पार्ट को काटते हैं तो इसके बहुत बड़े क्लिटरिस को देखते हैं।
हम उत्सुक थे कि क्या किसी ने इसकी विस्तार से जांच की है कि यह मानव क्लिटरिस की तरह काम करता है या नहीं।
उन्होंने कहा कि हम जानते थे कि डॉल्फिन न केवल प्रजनन के लिए, बल्कि सामाजिक बंधनों को मजबूत करने के लिए भी सेक्स करती हैं।
दिलचस्प बात यह है कि जब हमने वयस्क डॉल्फिनों को देखा और उनकी तुलना किशोर और बच्चों से की तो उनके प्राइवेट पार्ट में क्लिटरिस एस के आकार का दिखाई दिया।
वैज्ञानिकों ने कहा कि हो सकता है कि यह सख्त होने के बाद सीधा हो जाता हो।
ऐसे में वैज्ञानिकों का दावा है कि डॉल्फिन भी इंसानों की तरह न केवल प्रजनन के लिए बल्कि बंधन और आनंद के लिए भी सेक्स करती हैं।