News click के एडिटर के अरेस्ट का नहीं बताया गया आधार, दिल्ली हाई कोर्ट में…

हम आज केवल कानूनी मुद्दे पर हैं कि गिरफ्तारी के ग्राउंड पूरे किए गए थे कि नहीं। उनके द्वारा पेश किया गया एकमात्र दस्तावेज अरेस्ट मेमो है

News Aroma Media
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News click Funding Case in Delhi High Court : हाई कोर्ट में न्यूजक्लिक की फंडिंग (Newsclick funding) को लेकर सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि हमें वेबसाइट के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ (Prabir Purkayastha) की गिरफ्तारी का आधार भी नहीं बताया गया है।

News click के एडिटर के अरेस्ट का नहीं बताया गया आधार, दिल्ली हाई कोर्ट में…-The basis for the arrest of the editor of News Click was not disclosed, in the Delhi High Court…

गिरफ्तारी के ग्राउंड पर…

गिरफ्तारी के ग्राउंड पर एसजी तुषार मेहता (SG Tushar Mehta) ने कहा कि रिमांड एप्लीकेशन में गिरफ्तारी का ग्राउंड बताया गया है। इस पर सिब्बल ने कहा कि ये सभी तथ्य झूठे हैं। चीन से एक पैसा भी नहीं आया है।

हम आज केवल कानूनी मुद्दे पर हैं कि गिरफ्तारी के ग्राउंड पूरे किए गए थे कि नहीं। उनके द्वारा पेश किया गया एकमात्र दस्तावेज अरेस्ट मेमो है।

News click के एडिटर के अरेस्ट का नहीं बताया गया आधार, दिल्ली हाई कोर्ट में…-The basis for the arrest of the editor of News Click was not disclosed, in the Delhi High Court…

 

37 पुरुष और 9 महिलाओं से पूछताछ

डिजिटल न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक (Digital News website Newsclick) के फंडिंग केस में दिल्ली पुलिस ने इसके संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और HR हेड अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की स्पेशल सेल ने विदेशी फंडिंग की जांच के सिलसिले में छापेमारी के बाद समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के कार्यालय को भी सील कर दिया।

इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने तीन अक्टूबर को 37 पुरुष और 9 महिलाओं से भी उनके आवास पर पूछताछ की थी। इस दौरान पुलिस ने डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जांच (Digital Equipment and Document Verification) के लिए जब्त किए हैं।

News click के एडिटर के अरेस्ट का नहीं बताया गया आधार, दिल्ली हाई कोर्ट में…-The basis for the arrest of the editor of News Click was not disclosed, in the Delhi High Court…

कई पत्रकारों के ठिकानों पर छापेमारी

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकवाद रोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले में 3 अक्टूबर की सुबह न्यूजक्लिक और उससे जुड़े पत्रकारों के घर पर छापेमारी शुरू की थी।

जिन पत्रकारों के घर पुलिस पहुंची उनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, औनिंद्यो चक्रवर्ती और परंजय गुहा ठाकुरता सहित अन्य लोग शामिल थे।

चीनी कंपनियों से फंडिंग

साल 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने News click को मिली अवैध फंडिंग को लेकर मुकदमा दर्ज किया था।

ये संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये Newsclick को मिली थी। इसके बाद ED ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की थी, हालांकि हाई कोर्ट ने उस वक्त News click के प्रमोटर्स को गिरफ्तारी से राहत दे दी थी।

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38 करोड़ रुपये की हुई थी फंडिंग

ED की जांच में खुलासा हुआ था कि 3 साल के अंदर 38.05 करोड़ रुपए के फेक विदेशी फंड ट्रांजेक्शन (Fake Foreign Fund Transaction) किया गया था। ये पैसे गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ के सहयोगियों के अलावा कई पत्रकारों को दिए गए थे।

इसमें FDI के जरिए 9.59 करोड़ रुपये और सर्विस एक्सपोर्ट (Service Export) के बदले 28.46 करोड़ रुपए देने की बात सामने आई थी। चीन से आया पैसा कुछ विदेशी फर्मों के माध्यम से News click तक पहुंचा। यही पैसा News click से जुड़े पत्रकारों को भी दिया गया था।

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