गुमला: गुमला के डुमरी प्रखंड में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फूड प्वाइजनिंग का मामला सोमवार को सामने आया है।
स्कूल में रविवार की रात खाना खाने के बाद बच्चियों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद 28 बच्चियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरी में इलाज के लिए पहुंचाया गया।
इलाज के बाद कई बच्चियां स्कूल वापस आ गईं। सोमवार को दोपहर लगभग 11 बजे कुछ बच्चियों का स्वास्थ्य फिर से बिगड़ गया।
सात बच्चियों का दोबारा इलाज के लिए लाया गया। इसमें दो बच्चियों की गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल गुमला रेफर कर दिया गया है।
बताया जाता है कि विद्यालय प्रबंधन की ओर से मामले को दबाने की हर संभव कोशिश की गई। देर रात हुई घटना की जानकारी विभागीय अधिकारियों तक को नहीं दी गई। सोमवार को मामले की जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी मनीष कुमार विद्यालय पहुंचे।
घटना की जानकारी ली। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जीतवाहन सिंह एवं अन्य शिक्षा कर्मी विद्यालय भी पहुंचे थे।
इस संबंध की जानकारी मिलते के बाद चैनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रीति किस्कू ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
खाने की गुणवत्ता पर सवाल
रविवार की रात करीब सात बजे बच्चियों ने खाना खाया। इसमें चावल, दाल व आलू फूलगोभी की सब्जी दी गई थी।
छात्राओं ने बताया कि खाने में दी गई सब्जी से दुर्गंध आ रही थी। कुछ बच्चियों ने सब्जी नहीं खाई। जिन बच्चियों ने सब्जी खाई उनकी करीब एक घंटे बाद तबीयत बिगड़ने लगी।
घटना विद्यालय प्रबंधन की घोर लापरवाही को दर्शाता है
एसडीओ प्रीति किस्कू पीड़ित छात्राओं से मिलने अस्पताल पहुंची। जहां इलाजरत छात्राओं से घटना की जानकारी ली। चिकित्सक को बेहतर इलाज करने के लिए कहा गया।
एसडीओ ने कहा कि घटना विद्यालय प्रबंधन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। इसकी सूचना विद्यालय प्रबंधन द्वारा न तो विभाग को दी गयी और ना ही पुलिस प्रशासन को। इसके अलावा प्रखंड प्रशासन को भी सूचित नहीं किया गया।