गुमला: गुमला में खाकी के बीच टकराव हो गया है। गुमला के पुलिस अधीक्षक डा.एहतेशाम वकारीब और मुख्यालय डीएसपी प्राण रंजन आपस में उलझ पड़ें। दोनों ओर से एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी।
रविवार रात में कई घंटे तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद सोमवार दोपहर तीन बजे दोनों अधिकारियों ने इस प्रकार की किसी भी घटना से इंकार करते हुए कहा कि उनके बीच कोई विवाद नहीं है। सोमवार की सुबह एसपी और डीएसपी ने आपस में बैठकर एक साथ चाय भी पिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात एसपी ने डीएसपी प्राण रंजन को किसी अन्य क्षेत्र में ड्यूटी करने का आदेश दिया था।
इस पर डीएसपी प्राण रंजन ने गुमला एसपी से यह निवेदन किया था कि अपने क्षेत्र से बाहर जाकर ड्यूटी करनी है, इसलिए इस संबंध में आप मुझे लिखित आदेश जारी कर दें।
डीएसपी द्वारा लिखित आदेश मांगने की बात पर एसपी ने फोन पर ही अभद्र तरीके से बातचीत की और गाली गलौज भी की गई।
इसके बाद नाराज डीएसपी पहुंच गए एसपी के आवासीय कार्यालय पहुंच गये। वहां जमकर हंगामा हुआ।
इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने मामले को संभालने की कोशिश की । डीएसपी के उग्र रूप को देखते हुए सार्जेंट मेजर, गुमला थानेदार एवं अन्य अधिकारियों को एसपी आवास में बुलाया गया।
इसके बाद डीएसपी को एसपी आवास से बाहर निकाला गया।इसी दौरान डीएसपी गिर पड़ें और घायल हो गयें। उन्होंने अपना कपड़ा निकाल कर फेंक दिया।
इसके बाद वे पैदल ही एसपी निवास से निकले और मुख्य सड़क पर बैठ गयें। एक जवान ने तौलिया दिया, जिसे लपेटकर डीएसपी अस्पताल पहुंचे और अपने चोट का इलाज कराया।
डॉ गणेश राम ने उनका इलाज किया। डीएस डॉ एके उरांव ने कहा कि डीएसपी रात को इलाज कराने आये थे। उनके कंधे पर चोट लगी है।
इलाज के बाद डीएसपी चले गये। सोमवार की सुबह डीएसपी को मनाने का पुरजोर प्रयास किया गया। फिर सुबह एसपी और डीएसपी ने आपस में बैठकर एक साथ चाय पिया।
दिन के तीन बजे एसपी और डीएसपी ने संयुक्त रूप से एसपी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस किया। दोनों अधिकारियों ने रात में किसी प्रकार के विवाद होने की बात से इनकार किया है।
एसपी ने कहा कि रविवार की रात को डीएसपी से मेरी कोई मुलाकात और बात नहीं हुई है । रात को कुछ नहीं हुआ है। डीएसपी ने कहा कि एसपी से कोई विवाद नहीं हुआ है।
हमलोग रात को मिले ही नहीं हैं। चोट और अस्पताल जाने के संबंध में कहा कि मैं गिर गया था । इस कारण चोट लगी है। इसलिए मैं अस्पताल गया था।
इसके बाद दोनों अधिकारियों ने किसी प्रकार का सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। अन्य पुलिस अधिकारी अब इस मामले में बयानबाजी से परहेज कर रहे हैं।
बहरहाल दोनों अधिकारियों की यह झड़प पूरे शहर में प्रशासनिक हलके में चर्चा का विषय बना हुआ है।