गुमला: गुमला में कुख्यात नक्सली संतोष असुर को गिरफ्तार किया गया है। जिले के गुरदारी थाना क्षेत्र अंतर्गत कुंजामपाठ माइंस में की गई आगजनी की घटना में इसकी संलिप्तता सामने आई थी।
जांच में पता है कि यह उग्रवादी लैंड माइंन बनाने और प्लांट करने में माहिर है। गत नौ फरवरी को पुलिस ने इस घटना में शामिल दूसरे नक्सली बुधराम उरांव को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस इंस्पेक्टर एसएन मंडल ने बताया कि वारदात में शामिल रहे नक्सली बुधराम पुलिस की पूछताछ में इस घटना में संतोष के शामिल होने की जानकारी दी।
इसके बाद इस कुख्यात नक्सली की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया। गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने तेंदार गांव से संतोष असुर को गिरफ्तार कर लिया। अपनी गिरफ्तारी के बाद नक्सली संतोष ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं।
बताया है कि वह 15 साल पूर्व शीर्ष नक्सली नेता बुधेश्वर के दस्ते के साथ जुड़ा था। नक्सली संगठन में जुड़ने के बाद वह संगठन द्वारा दी जाने वाली हर जिम्मेदारी का निर्वहन करता रहा।
संतोष ने पुलिस को बताया कि वह लैंड माइन बनाने व उसे प्लांट करने का एक्सपर्ट है। संगठन में बाहर से आने वाले नक्सलियों द्वारा उसे इसकी ट्रेनिंग दी गई है ।
उसने बताया कि नक्सलियों का दस्ता जब भी क्षेत्र के भ्रमण पर रहता है, तब वह अक्सर दस्ता के करीब 200 मीटर आगे चलता है।
वह अपने पास चार से पांच लैंड माइन रखता है। इस दौरान उसे संगठन से कई कोड भी मिले होते है। आगे आगे चलने के दौरान जैसे ही कहीं पर पुलिस पार्टी दिखती, वह मौका पाकर लैंड माइन प्लांट कर देता था।
अगर समय नहीं रहा तो कोड के जरिए पीछे चलने वाले दस्ते को अलर्ट कर देता था। है। संतोष ने बताया कि आगजनी की घटना में वह खुद भी शामिल था।
आगजनी की घटना के बाद उसने नक्सली दस्ता को वहां से निकालकर सुरक्षित अड्डों तक पहुंचाने का काम किया था।