गुमला : गुलमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के छापेमारी अभियान में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है।
छापामारी टीम ने 24 पीस जिलेटिन,कोटेट सेफ्टी फ्यूज लाल एवं हरा रंग का और अमोनियम नाइट्रेट 10 केजी बरामद किया गया।
गोपनीय तरीके से पूछताछ पर पता चला कि इन विस्फोटक पदार्थों को प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के सदस्य द्वारा कोई अप्रिय घटना को अंजाम देने के लिए छुपा कर रखा गया था।
यह जानकारी शुक्रवार को घाघरा थाना परिसर में प्रशिक्षु डीएसपी सह थाना प्रभारी प्रदीप प्रणव, एसआई अभिनव कुमार ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन कर दी।
बंकरनुमा ढांचा बनाकर छुपाए गए थे हथियार
उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के उग्रवादियों द्वारा घाघरा थाना क्षेत्र के तेंदाल डूमरपाट के नजदीकी जंगलों में बंकर नुमा ढांचा बनाकर छिपाए गए विस्फोटक और उससे संबंधित सामग्री को पुलिस ने बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि दो मार्च को पुलिस अधीक्षक गुमला को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के उग्रवादियों द्वारा घाघरा थाना क्षेत्र के तेनदार डूमरपाट के नजदीकी जंगल क्षेत्रों में सुरक्षा बलों एवं पुलिस टीम को जानमाल के नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से विस्फोटक तथा अन्य पदार्थ व सामग्री को छिपाया गया है।
इस सूचना का सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु पुलिस अधीक्षक गुमला के द्वारा एक टीम का गठन किया गया।
इसमें सीआरपीएफ 218 के पदाधिकारी एवं जवान गुरदरी थाना पदाधिकारी एवं जवान घाघरा थाना पदाधिकारी एवं जवान की टीम शामिल हुई।
प्रदीप प्रणव ने कहा कि अभियान लगातार चलाया जाएगा। माओवादी संगठन के सदस्य सरकार के चल रहे हैं आत्म समर्पण पॉलिसी का लाभ उठाएं और संगठन को छोड़कर मुख्यधारा में लौटे।
गौरतलब है, कि इतनी बड़ी मात्रा में हथियार के जब्त होने से नक्सलियों को एक बहुत बड़ा धक्का लगा है, जबकि पुलिस अपने लिए इसे एक कामयाबी के रूप में देख रही है।