हज़ारीबाग: बरही में रूपेश हत्याकांड मामले में सोमवार को दो और जिलों में धारा 144 लगा दी गई। रामगढ़ और कोडरमा में निषेधाज्ञा लागू करते हुए पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च किया।
इससे पहले हजारीबाग और गिरिडीह में धारा 144 लागू की गई थी। चारों जिलों में धरना, प्रदर्शन, रैली, सड़क जाम पर रोक लगा दी गई है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है। घटना के विरोध की आंच 10 जिलों तक पहुंच गई है।
हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, रामगढ़, बोकारो, गिरिडीह, देवघर, लोहरदगा, पलामू, लातेहार में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
बोकारो, लोहरदगा में सोमवार को भी कैंडल मार्च निकाला गया। इधर, घटना के 8 दिन बाद राज्य सरकार के तीन मंत्री समेत 6 सदस्यीय टीम सोमवार को पीड़ित परिवार से मिली।
टीम में पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद और गिरिडीह विधायक सुदीप्त शामिल थे। तीनों मंत्रियों ने अपने कोटे से एक-एक लाख रुपए का सहयोग देने की घोषणा की।
वही, उमाशंकर ने 50 हजार रुपए का सहयोग किया। बच्चे की मां उर्मिला देवी ने कहा कि मुझे रुपए नहीं, बेटे के लिए न्याय चाहिए।
10 जिलों में धरना-प्रदर्शन जारी, सोशल मीडिया पर खास नजर
कोडरमा और रामगढ़ जिले में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लगा दी गई है। इसके तहत सभी प्रकार के जुलूस प्रतिबंधित रहेंगे।
मेला, प्रदर्शनी, दलों और संगठनों की रैली, धरना, प्रदर्शन पर रोक रहेगी। इसे लेकर दोनों जिलाें में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया।
इस दौरान लोगों से कहा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे भ्रामक वीडियो और भड़काऊ संदेशों से बचें। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने कहा है कि सोशल मीडिया पर झूठा और भ्रामक मैसेज पोस्ट करना दंडनीय अपराध है।